तहसीलदार ने रिपोर्ट देने से किया इंकार

BHASKAR MISHRA
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IMG-20151026-WA0014बिलासपुर—बिल्हा कार्यालय के सामने आत्मदाह करने वाले युवा कांग्रेस नेता राजेन्द्र तिवारी का मृत्यु पूर्व दिया गया बयान पुलिस और प्रशासन के बीच झूल रहा है। पुलिस ने अर्जुन सिंह सिसोदिया के खिलाफ जुर्म दर्ज करने के लिए तिवारी के मृत्यु पूर्व बयान का इंतजार करना बताया है। तहसीलदार ने राजेन्द्र तिवारी के बयान को पुलिस को देने से मना कर दिया है। इधर कल मृतक राजेन्द्र तिवारी की तेरहवीं कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी पहुंच रहे हैं। जिनकी मौजूदगी में प्रशासन के खिलाफ आंदोलन पर फैसला लिया जाएगा।

         26 अक्टूबर को गंभीर स्थिति में बिल्हा से बिलासपुर के बर्न ट्रामा सेंटर लाए गए राजेन्द्र तिवारी का बयान तारबाहर थाना प्रभारी एसएन शुक्ला और तहसीलदार पीसी कोरी ने लिया था। मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी निर्मल तिग्गा ने बताया कि उनका जांच केन्द्र केवल पांच बिन्दुओं पर केन्द्रित है। इसमे अंतिम कथन शामिल नहीं है।

         बिल्हा एसडीओपी नवीन शंकर चौबे को राजेन्द्र तिवारी आत्मदाह कांड की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। चौबे का कहना है कि उन्हें तहसीलदार से राजेन्द्र तिवारी के बयान का इंतजार है। पुलिस ने अब तक 8 लोगों का बयान दर्ज किया है । इनमें राजेन्द्र के माता—पिता रवि शंकर तिवारी मधु तिवारी, मामा और घटना के समय एसडीएम कार्यालय मे उपस्थित पांच दोस्त शामिल हैं।

                          तहसीलदार कोरी ने बताया कि पुलिस अपनी जांच करे चार्जशीट पेश करे मेरे लिए गए बयान से उनको क्या लेना देना । मेरा बयान सीलबंद है। वह सक्षम अधिकारी या कोर्ट के सामने ही खुलेगा । मुझे अब तक किसी ने राजेन्द्र तिवारी का अंतिम बयान सौंपने को नहीं कहा है। फिर मै किसके पास जाकर अपना बयान सौंपूं। राजेन्द्र तिवारी के मामले मे पुलिस अपना काम करे, एफआईआर दर्ज करे।

         बिल्हा विधायक सियाराम कौशिक ने कहा कि कल राजेन्द्र तिवारी के घर तेरहवीं का कार्यक्रम है, जिसमें जोगी पहुंच रहे हैं। तिवारी के परिवार को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन की रणनीति तैयार करेंगे। जोगी जीवनलाल मनहर के परिजनों से मिलने भी जाएंगे।

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