बिलासपुर। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पर्यावरण एवं पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग तथा रेल मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से जलवायु परिवर्तन विषय पर आधारित विज्ञान एक्सप्रेस चलाया जा रहा है। अपने आठवें चरण में भ्रमण हेतु दिनांक 15 अक्टूबर 2015 से दिल्ली सफदरजंग स्टेशन से निकली यह एक्सप्रेस पूरे भारत में अलग-अलग राज्यों के 64 स्टेशनों से होते हुए करीब 07 महीने की अवधि में 19,800 किमी की यात्रा तय करेगी। इसी क्रम में यह एक्सप्रेस दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर स्टेशन में प्रदर्शन हेतु दिनांक 31 जनवरी 2016 से 02 फरवरी 2016 तक प्लेटफार्म नं. 07 पर उपलब्ध रही।
यह प्रदर्शनी आम जनता हेतु दिनांक 31 जनवरी से 02 फरवरी, 2016 तक तीन दिनों तक सुबह 10.00 बजे से शाम 06.00 बजे तक खुली रही। इस प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को यह बताने का प्रयास किया गया है कि जलवायु परिवर्तन की समस्या को किस प्रकार से अल्पीकरण एवं अनुकूलन द्वारा रोका जा सकता है। यह प्रदर्शनी निःशुल्क है। इस प्रदर्शनी एक्सप्रेस के अंदर मोबाइल, केमरा, बैग, माचिस, सिगरेट, बीडी, तंबाखू, पानी की बोतलें, किसी भी प्रकार के तरल पदार्थ, नुकीली वस्तुएं आदि ले जाना भी निषेध है।
यह विज्ञान एक्सप्रेस अथवा साइंस एक्सप्रेस एक मोबाइल साइंस प्रदर्शनी एक्सप्रेस है। जिसमें के 16 कोचों में से 08 कोचों पर जलवायु परिवर्तन के विविध पहलुओं पर सूचना, केस अध्ययन और समस्याओं को प्रदर्शित किया गया है एवं इस विषय का बुनियादी विज्ञान, जलवायु प्रभाव, अनुकूलन गतिविधियों, अल्पीकरण के समाधान और नीतियों के दृृष्टिकोण को बेहद सरल और रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। कोच 09 से 11 में भारत में विभिन्न अनुसंधान संस्थानों द्वारा वन्य जीवन एवं प्रकृति संरक्षण, खास तौर पर कछुआ, प्रवाल भित्ती, उभयचर संरक्षण के विषय में हो रहे कार्यों को दर्शाया गया है। साथ ही भारत में जैव-प्रौद्योगिक के क्षेत्र में हो रहे विकास, भारत में विज्ञान शिक्षण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिक विभाग की छात्रवृत्तियों और उपलब्ध व्यवसाय इत्यादि विषयों को भी दर्शााया गया है।
ट्रेन के एक कोच में कक्षा 3-5 के छात्रों के लिये किड्स-जोन नामक एक कोच है। इस कोच में छात्रों को दिमागी कसरत कराने वाले एवं पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाने वाले खेल खेलने तथा विज्ञान एवं गणित माडल्स बनाने का अवसर प्राप्त होगा। इसके अलावा लोकप्रिय ज्वाॅय आफ साइंस प्रयोग शाला को एक अन्य कोच में स्थापित किया गया है। इस प्रयोग-शाला में छात्र विभिन्न प्रयोगों और गतिविधियों द्वारा एक रोचक ढंग से जैव विविधता, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण विज्ञान और गणित की अवधारणाओं को समझाया गया है, साथ ही पर्यावरण विज्ञान और गणित के शिक्षकों के क्षमता निर्माण के लिये एक चर्चा-सह-प्रशिक्षण केन्द्र की सुविधा भी ट्रेन में प्रदान की गई है। चलित विज्ञान प्रदर्शनी ‘‘साइंस एक्सप्रेस‘‘ दिनांक 03 से 06 फरवरी, 2016 तक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर मंडल के अंतर्गत कुम्हारी स्टेशन में उपलब्ध रहेगी।