बिलासपुर– छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के पीछे निर्माणाधीन अकादमिक परिसर की बिल्डिंग का एक बड़ा हिस्सा गिर जाने से बड़ी संख्या में मजदूरो के घायल होने की खबर है। घटना उस समय हुई जब ढलाई के दौरान छत का सेंटरिंग अचानक खिसक गया। देखते ही देखते छत का मलवा नीचे गिर गया। बिल्डिंग के बड़े हिस्से के गिरने से अफरा तफरी मच गयी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार करीब 25 से अधिक मजदूर मलव दब गए हैं। बताया जा रहा है कि निर्माणाधीन तीन मंजिला भवन में उस समय 150 मजदूर ढलाई का काम कर रहे थे।
जानकारी के अनुसार बोदरी स्थित मुख्य हाईकोर्ट भवन के पीछे कैम्स के अंदर ही करोड़ों रूपए की लागत से ज्यूडिशियल आफिसियल ट्रैनिंग इन्स्टीट्यूट की निर्माणाधीन तीन मंजिला भवन का सेटरिंग यकायक गिर गया। उस समय इमारत में ढलाई का काम चल रहा था। करीब 150 से अधिक मजदूर काम कर रहे थे। करीब चार बजे के आसपास सेन्टरिंग खिससने लाखों टन मलवा गिर गया। जिसमें करीब 18 से अधिक मजदूर फंस गए हैं। समाचार लिखे जाने तक राहत बचाव का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा था। मजदूरों को राहत बचाव दल ने सिम्स में दाखिल कराया है।
सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार भवन स्लैब का काम डीबी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड कोरबा के देखरेख में चल रहा है। ठेकेदार सुखनंदन कश्यप और संजय अग्रवाल बताया जा रहा है। घटना के तुरंत बाद अफरा-तफरी मच गई। मजदूरों को किसी तरह मलबा हटाकर निकालने का काम समाचार लिखे जाने तक चल रहा था।
बिल्डिंग गिरने की सूचना मिलते ही 108 और हाईकोर्ट में उपस्थित एम्बुलेंस से घायल मजदूरों को बिलासपुर सिम्स और जिला अस्पताल पहुंचाया गया है।सिम्स में 25 लोगों से अधिक घायलों को इलाज के लिए भर्ती किया गया है। कयास लगाया जा रहा है कि अभी भी कुछ मजदूर मलवे की नीचे दबे हो सकते हैं।
इधर अस्पतालों में घायलों के उपचार के लिए केजुएल्टी और इमरजेंसी वार्ड के कई बेड को आपातस्थिति से निपटलने के लिए खाली कराया गया है। डॉक्टरों को इमरजेंसी के लिए तैयार रहने का आदेश जिला प्रशासन ने दिया है। देर शाम तक हाईकोर्ट और सिम्स के बीच अम्बुलेंस के आने जाने का सिलसिला बना हुआ है। बाहर सिम्स में दाखिल कमोबेश सभी मरीजो की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। घायलो में अभी तक सीजी वाल को भागवत, प्रकाश जरहागांव मुंगली निवासी, सतीष बिरकोना राम बाई पंडरिया दुर्गा बिरकोना मलेश्वर मल्हार नवागांव आकाश के बारे में ही जानकारी मिली है।
भवनों के निर्माण में श्रमिकों की सुरक्षा को, सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने मंगलवार को बिलासपुर में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के पीछे निर्माणाधीन न्यायिक प्रशिक्षण भवन के क्षतिग्रस्त होने पर कई श्रमिकों के घायल होने की घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने हादसे में एक श्रमिक की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और घायल श्रमिकों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सभी घायल श्रमिकों का सर्वश्रेष्ठ इलाज करवाने के निर्देश दिए हैं। डॉ. सिंह ने निर्माण कार्यों से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि भवनों और अन्य निर्माण कार्यों के दौरान श्रमिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।