रायपुर—कोई बढ़ना चाहता है तो उसको पीछे धकेल रहा है। मैं पैदा कहाँ हुआ, उसको मुद्दा बनाया, मेरी जात को मुद्दा बनाया और अब मैं सदन में कहाँ बैठूं उसको मुद्दा बनाया जा रहा है। 40 हज़ार आदिवासी पोलावरम में बर्बाद हो रहे हैं, ऐसे गंभीर विषयों पर चर्चा छोड़कर, अमित जोगी कहाँ बैठेंगे उस पर सदन का समय बर्बाद किया जा रहा है। अमित जोगी ने अपने बैठने की व्यवस्था पर संवैधानिक बिन्दुओं और सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग के सन्दर्भ में सदन को बताया ।
अमित जोगी ने कहा हमें एक-एक मिनट छत्तीसगढ़ के गरीबों के लिए आवाज उठाना चाहिए, सदन के समय को उपयोग में लाना चाहिए। आज पोलावरम में बांध बनना चालू हो रहा है, प्रदेश के 40 गाँव डूब रहे हैं, 40 हज़ार आदिवासी भाई विस्थापित हो जाएंगे लेकिन उस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है। सदन में उनके बैठने की व्यवस्था को मुद्दा बनाकर केवल सदन का समय बर्बाद किया जा रहा है । ओडिशा और तेलंगाना की विधानसभा ने पोलावरम पर निंदा प्रस्ताव पारित कर दिया है और हम यहाँ अमित जोगी की सीट पर बहस कर रहे हैं।
अमित जोगी ने बताया कि उन पर इधर ऊधर का आरोप लगाने वाले पहले देखें कि भाजपा सरकार ने जितने मुकदमे मुझ पर चलायें हैं उतने किसी पर नहीं चले होंगे। कोई बढ़ना चाहता है तो उसको पीछे धकेला जा रहा है। मैं पैदा कहाँ हुआ, उसको मुद्दा बनाया, मेरी जात को मुद्दा बनाया और अब मैं सदन में कहाँ बैठूं उसको मुद्दा बनाया जा रहा है। जोगी ने बताया कि मैने विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया है कि व्यवस्था जल्द दें क्योंकि सदन का समय बहुमूल्य है। जनहित से जुड़े गंभीर विषयों पर चर्चा होनी चाहिए।