बिलासपुर— धरमजीत सिंह….प्रदेश का जाना पहचाना कांग्रेसी चेहरा…प्रदेश विधानसभा पूर्व उपाध्यक्ष..गर्वित आवाज..बेबाक बयानबाजी का दूसरा नाम है। 6 तारीख के बाद धरमजीत का नाम कांग्रेस के पूर्व नेताओं में शुमार हो गया है..अब उन्हें जोगी की पार्टी में फाउंडर सदस्य के रूप में गिना जाएगा। कोटमीकला प्रस्ताव के बाद धरमजीत ने सीजी वाल से खुलकर बाचचीत की। उन्होंने बताया कि हाईकमान की उदासीनता ने जोगी को नयी पार्टी बनाने को विवश किया। नयी पार्टी सर्ववर्ग हिताय और सर्वधर्म हिताय की लाइन पर काम करेगी। धरमजीत ने बताया कि पीसीसी अध्यक्ष अपरिपक्व,अदूरदर्शी गुस्सैल नेता हैं। टीएस और भूपेश ने कांग्रेस की साख को बट्टा लगाया है। पेश है सीजी वाल से पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष से एक मुलाकात के दौरान हुई बातचीत के अँश……
सीजी वाल…कौन सा कारण हैं कि जिसने जोगी को नयी पार्टी बनाने के लिए विवश किया…आप भी कांग्रेस को अलविदा कह जोगी के साथ हो लिए….
धरमजीत सिंह–नयी पार्टी बनाने के कई कारण हैं….इसमें नेतृत्व की उदासीनता मुख्य वजह है..। पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल अदूरदर्शी, अपरिपक्व और बदमिजाज,गुस्सैल नेता हैं…। प्रदेश कांग्रेस की राजनीति सामंती सोच,तंगदील और संकीर्ण मानसिकता के दौर से गुजर रही है। पिछले दो साल से समर्थकों के प्रति भूपेश की दमनकारी और अछूत की नीतियों ने जोगी के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाया है। इसके बाद नयी पार्टी गठन के अलावा कोई रास्ता भी नहीं बचा। पिछले दो साल से प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने विधानसभा के अन्दर और बाहर सरकार के खिलाफ कोई बड़ा आंदोलन खड़ा नहीं किया। नेता प्रतिपक्ष सदन में तीन बार माफी मांगे…तो पार्टी की छवि गिरती है। हमारा लक्ष्य भाजपा को उखाड़ फेंकना था..लेकिन भूपेश ने जोगी और समर्थकों को ही निशाना बना लिया। आखिर कोई कब तक अपमान झेलेगा। इसलिए नयी पार्टी गठन करने का निर्णय लिया गया।
सीजी वाल—पार्टी बनाने से पहले जोगी ने सोनिया गांधी से बातचीत की..नाराजगी के तरीके और भी हैं…प्रभारी होने के नाते हरिप्रसाद ने क्या कहा..।
धरमजीत सिंह— पार्टी बनाने के कई कारण हैं..जिसमें अपमान सबसे बड़ा कारण है। जोगी को अपमानित करने में भूपेश और टीएस को हाईकमान का मौन समर्थन था। दिल्ली ने जोगी को सुनने से इंकार कर दिया..। षड़यंत्रकारी शक्तियों ने हाईकमान को अंधा बना दिया। कांग्रेस का सबसे बड़ा अभिशाप हरीप्रसाद हैं…यानी वी.के.हरिप्रसाद..जनाधारहीन नेता हैं। कांग्रेस लहर में भी अपने भाई को नहीं जीता पाये…। हरिप्रसाद आज तक चुनाव नहीं लड़े। ऐसे लोगों को कांग्रेस प्रभारी बनाकर थोपा गया। हरिप्रसाद ने कांग्रेस का बेड़ा गर्क किया है। जोगी को हमेशा अपमानित किया। सब कुछ जानते हुए भी हाईकमान मौन साधे रखा…।
सीजी वाल— अजीत जोगी पर आपके विश्वास का कारण क्या है..क्या फर्क है… अजीत जोगी और कांग्रेस के अन्य नेताओं के बीच…
धरमजीत सिंह... अजीत जोगी प्रदेश ही नहीं बल्कि कांग्रेस के किसी भी नेता से ज्यादा काबिल हैं…। जमीनी नेताओं और कार्यकर्ताओं से उनका सीधा संवाद है..। जाति पांति या कांट छाट की राजनीति में विश्वास नहीं रखते..अजीत जोगी गरीबों के हक और हुकुक की राजनीत करने में विश्वास रखते हैं। अन्य नेताओं से उनका अंदाज बिलकुल जुदा है।
सीजी वाल…हक और हुकुक की बात करने वाला नेता आखिर 2003 का चुनाव क्यों हार गया।
धरमजीत सिंह..चुनाव कौन नहीं हारा…क्या अटल बिहारी चुनाव नहीं हारे…डॉक्टर रमन सिंह…दिग्विजय सिंह भी चुनाव हारे हैं…नीतिश कुमार,लालू प्रसाद यादव भी चुनाव हारे..एक चुनाव में हार-जीत से किसी कद छोटा या बड़ा नहीं हो जाता…2003 का चुनाव हम एन्टी इन्कमबैन्सी के कारण हारे…बाकी दो चुनाव नाकाबिल कांग्रेसियों ने हरा दिया..तेरह सालों में जोगी को संगठन में तवज्जो नहीं दी गयी। जानाधारहीन नाकाबिल और नकारा कांग्रेसी नेता 2008 और 2013 की चुनावी हार को जोगी पर नहीं थोप सकते । अब बहाना नहीं चलेगा।
सीजी वाल…जोगी हार के बाद सीएम बने…राज्यसभा,लोकसभा तक पहुंचाया..पत्नी और बेटे को विधायक बनाया..जोगी को क्या चाहिए..
धरमजीत सिंह..सम्मान चाहिए…जोगी जैसे काबिल नेता को नहीं मिला…। छोटे छोटे नेताओं ने अपमान किया…मेरे दादा और पिता कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष थे। मैं अविभाज्य मध्यप्रदेश से संगठन के कई पदों पर रहा। तीन बार विधायक बना..और विधानसभा उपाध्यक्ष बना…फिर भी मुझे उपेक्षित किया गया..किसी कार्यक्रम में भूपेश और उनके पलन्टूओं ने तवज्जो नहीं दी…रणनीति का हिस्सा बनना तो दूर..फोटो से भी हटा दिया। इसे अपमान कहते हैं। भूपेश और उसकी टीम ने जोगी को हमेशा अपमानित किया। वे अपने मंसूबों में कामयाब भी हो गए हैं…इसके साथ ही कांग्रेस से कामयाबी की सारी संभावनाएं भी खत्म हो गयी है।
सीजी वाल...नयी पार्टी का क्या भविष्य है..कहीं असंतुष्टों की टीम तो बनकर नहीं रह जाएगी…आपके साथ कितने हैं।
धरमजीत सिंह...हमने नयी पार्टी में शामिल होने पीला चावल नहीं भेजा..जिसकी इच्छा हो पार्टी में आये…कोटमीकला में अपार भीड़ थी..दुर्भाग्य है कि कांग्रेस अध्यक्ष को पन्द्रह के वजाय सिर्फ दो हजार लोग ही दिखायी दिये..। भूपेश की सोच शुतुरमुर्ग की तरह है..इस सोच के लिए मुबारकवाद…। हमें नेता नहीं कार्यकर्ता चाहिए…विधायकों से हमने संपर्क किया भी नहीं…।
सीजी वाल...नयी पार्टी का इश्यू क्या होगा…मतलब किन बातों को लेकर राजनीति होगी…
धरमजीत सिंह..हमारा लक्ष्य छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता के चेहरों पर मुस्कान देंखना है..जो अभी फिलहाल नहीं है। नयी पार्टी का लक्ष्य सर्ववर्ग हिताय..सर्वजन हिताय है। वर्ग भेद की राजनीति हमारे दिमाग में है ही नहीं…। हम छत्तीसगढ़ अस्मिता की लड़ाई लड़ेंगे..किसी एक वर्ग या समुदाय का नहीं।
सीजी वाल..कोटमीकला एपिसोड के बाद कांग्रेस ने जोगी पर कार्रवाई की…लेकिन आपके खिलाफ कोई कार्रवाई की बात सामने नहीं आयी।
धरमजीत सिंह—हमने कांग्रेस छोड़ दिया है…किसी की नाराजगी की चिंता भी नहीं…उन्हें निकालने में खुशी होती है तो निकालें…मेरे लिए निष्कासन कोई मायने नहीं रखता।
सीजी वाल...प्रदेश को जोगी बनाम रमन सिंह या फिर जोगी बनाम कांग्रेस की लड़ाई देखने मिलेगी।
धरमजीत सिंह...कांग्रेस के पास कैरम खेलने के अलावा कोई काम नहीं है..वे अच्छे से खेलें….चार,छःलोग बंद कमरे से कांग्रेस को चला रहे हैं। इनमें दम नहीं कि रमन सिंह को हटा पाए। रमन सिंह को हटाने के लिए गांव खेड़ा की पैदल खाक छाननी होगी…डॉक्टर रमन सिंह को हटाने और नयी सरकार बनाने का माद्दा केवल अजीत जोगी में है। बंद कमरों में बैठने वालों से नहीं..। हमरा पिछले दो साल से जनता से जीवन्त संवाद हैं..
सीजी वाल…ऐसी कौन सी शक्ति है..जिसके दम पर आप सरकार बनाएंगे या भाजपा को हराएँगे…।
धरमजीत सिंह… भाजपा ने ना तो बोनस दिया और ना ही समर्थन मूल्य पर धान खरीदा…किसानों का बिजली बिल अभी तक माफ नहीं हुई। प्रदेश की 11000 हजार लड़कियां कहां हैं आज तक नहीं पता है।नक्सली समस्या पर सरकार का नियंत्रण नहीं है। पोलावरम बांध में चालिस हजार आबादी प्रभावित हो रही है। भाजपा और कांग्रेस के नेता मुंह में दही जमाकर रखे हैं। आउटसोर्सिंग मुद्दा …बिजली और आधारभूत संरचना की हालत किसी से छिपी नहीं है। ऐसे तमाम मुद्दे हमारे पास है। नसबंदी काण्ड कांग्रेस के हाथ में सबसे बड़ा मुद्दा था.. लेकिन नेताओं ने सरकार को घेरने के वजाय सदन का बहिष्कार किया। ऐसा कर कांग्रेसियों ने अपराध का समर्थन किया है। विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष आए दिन सदन में माफी मांगता है…कांग्रेस का हल्कापन है।
सीजी वाल…दिग्विजय सिंह कहते हैं कि जोगी के बाहर होने से कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ता है…
धरमजीत सिंह..दिग्विजय सिंह पहले अपना घर देखें…फिर परामर्श दें…मध्यप्रदेश में कांग्रेस को जीताकर दिखाएं…फिर छत्तीसगढ़ पर बोलें…।
सीजी वाल….क्षेत्रीय पार्टियों के लिए कितनी गुंजाइश है….क्या जोगी ने व्यक्तिगत कारणों से पार्टी को अलविदा कहा है…..
धरमजीत सिंह…पूरी गुंजाइश है। कांग्रेस और भाजपा के सभी नेता अधिनायकवाद से पीड़ित हैं।हमारे दल में ऐसा नहीं होगा…। हम प्रजातंत्र के मूल्यों को समझते हैं…लोकतांत्रिक प्रक्रिया में आस्था रखते हैं। किसी को छोटा या बड़ा समझकर आंकलन नहीं किया जाएगा। ममता ने भी अपमानित होकर कांग्रेस छोड़ा था। जोगी के साथ भी ऐसा हुआ।
सीजी वाल…महंत का कहना है कि जोगी के निकलने से राहत मिली..उन्हें बहुत पहले ही कांग्रेस से निकल जाना था…।
धरमजीत सिंह...महंत अब कैरम खेलें और मिठाई खाएं…उन्हें लोकसभा और विधानसभा से भी राहत मिलने वाली है। चरणदास महंत कभी केन्द्रीय मंत्री की तरह नजर आए ही नहीं । आज तक एक पत्थर भी तो नहीं गाड़ा। जोड़ तोड़ कर बना मंत्री आखिर कर भी क्या सकता है। अब वह राहत लेने का पूरा मूड बना लें…और कुछ नहीं कहना…।