बिलासपुर—-महमंदवासियों ने आज जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंचकर सरपंच और सचिव की शिकायत की है। ग्रामवासियों ने कलेक्टर से मिलकर कलेक्टर से सरपंच और सचिव पर धमकाने का आरोप लगाया है। ग्रामवासियों ने गुहार लगायी है कि सरपंच और सचिव से जारी नोटिस को वापस लिया जाए।
जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंचकर महमंदवासियों ने सरपंच और सचिव पर तानाशाही करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने बताया कि उन लोगों ने महिनों पहले महमंद सरपंच और सचिव पर श्मशान भूमि को प्लाटिंग करन बेचने की शिकायत की थी। तहसीलदार ने जांच के दौरान शिकायत को सही पाया। जांच रिपोर्ट इस समय अनुविभागीय अधिकारी के पास है।
महमंद वासियों ने कलेक्टर को बताया कि जांच को निरस्त कराने और शिकायत को वापस लेने सरपंच बेदखली का नोटिस जारी किया है। सरपंच ने ग्रामीणों के खिलाफ बिना पूछे गृह निर्माण का झूठा आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने बताया कि जिस मकान के लिए सरपंच ने बेदखली आदेश जारी किया है उसका निर्माण 20-25 साल पहले हुआ है। उनका लोगों का पुस्तैनी मकान है।
इस मौके पर जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी से ग्रामवासियों ने बताया कि जिसे मोहल्ले में वे लोग रहते है वहां 100 से अधिक मकान है। लेकिन सरपंच ने जानबूझकर केवल उसके खिलाफ शिकायत करने वाले 20-22 लोगो को ही नोटिस जारी किया है। शिकायत कर्ताओं ने बताया कि हमारे मकान वर्तमान सरपंच और सचिव के कार्यकाल में नहीं बना है। सरपंच नीरज राय,प्रभारी सचिव गया प्रसाद टण्डन ने मिलकर उन्हें परेशान कर रहे हैं। जिसके चलते उन लोगों का जीना हराम हो गया है। सरपंच की तानाशाही से गांव में भयंकर आक्रोश है।
ग्रामवासियों की शिकायत सुनने के बाद कलेक्टर अन्बलगन पी. ने एस.डी.एम. और जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी को कार्यवाही करने को कहा है।
मालूम हो कि श्मशान भूमि पर प्लाटिंग किए जाने को लेकर महमंद सरपंच नीरज राय की धारा 40 के तहत आज पेशी थी। पेशी के दौरान साक्ष्यगणों का प्रतिपरीक्षण होना था। दोनो पक्ष के अधिवक्ता पक्षकार गवाह उपस्थित थे।