बिलासपुर—मंगला पंचायत सरपंच ने वोटिंग के बाद विश्वास हासिल कर लिया है। पंचों ने मंगला सरपंच के खिलाफ काम में लापरवाही और सरकारी राशी को गबन का आरोप लगाया था। पचो ने अधिकारियों को अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन दिया था। तहसीलदार के सामने नआज दोनो ने वोटिंग की। सरपंच सीता पटेल ने बहुमत हासिल कर विरोधियो को चारो खाना चित्त कर दिया।
मंगला सरपंच सीता नर्मदा पटेल पर पंचायत के पंचो ने काम में लापरवाही करने और सरकारी धन में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। पंचो ने सरपंच के खिलाफ तानाशाही का आरोप लगाते हुए एसडीएम से सरपंच को हटाने अविश्वास लाया था। आज अविश्वास प्रस्ताव पर तहसीलदार के सामने वोटिंग हुई। इस दौरान पंचायत भवन में काफी गहमा गहमी का माहौल देखने को मिला। जिसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे।
पंचो की मांग पर एसडीएम आदेश के बाद तहसीलदार संदीप ठाकुर सुबह 9 बजे ग्राम पंचायत भवन पहुंचे। सबके सामने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग शुरू हुई। अविश्वास प्रस्ताव पास होने के लिए 16 मतों की जरूरत थी। लेकिन शिकायत करने वालों को केवल 10 मत ही मिले। सीता पटेल को कुल 11 वोट मिले हैं। 16 वोट हासिल नहीं होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है।
सरपंच सीता पटेल ने बताया कि पूर्व सरपंच ज्वाला प्रसाद सूर्यवंशी के बहकावे में आकर कुछ पंचो ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था। ज्वाला प्रसाद नहीं चाहता है कि पंचायत में विकास हो। वह सरपंच पद पर अपने आदमियों को बैठाना चाहता था। लेकिन अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सका। —–