सीयू के फॉर्मेसी डिपार्टमेंट मे स्किल डेव्लपमेंट वर्कशॉप

Shri Mi
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it_pharmacyबिलासपुर।गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर में कौशल विकास केंद्र एवं फॉर्मेसी संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में फॉर्मेसी संस्थान के छात्रों के लिए “इथिक्स एंड स्किल फॉर फॉर्मेस्टि टू सर्व द सोसायटी” विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता रहीं। मंचस्थ अतिथियों में इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि बिलासपुर के सहायक औषधी नियंत्रक राजेश क्षत्रिय, कुलसचिव (कार्यवाहक) प्रोफेसर बी.एन. तिवारी, प्राकृतिक संसाधन अध्ययनशाला के अधिष्ठाता प्रोफेसर जे.एस.दांगी एवं कार्यशाला के संयोजक प्रोफेसर वी.डी. रंगारी रहे।

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                                            विश्वविद्यालय के प्रौद्योगिकी संस्थान के ई-क्लासरूम में मंगलवार 04 अक्टूबर 2016 को प्रातः 10ः15 बजे कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। अपने संबोधन में कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने कहा कि दुनिया के अन्य विकसित देशों के मुकाबले भारत में कौशल विकास पर अधिक ध्यान दिये जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि मानव कौशल विकास होने से अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

                                             कुलपति ने कहा कि फॉर्मेसी विभाग ने कौशल विकास केंद्र के साथ मिलकर कार्यशाला के लिए जिस विषय का चयन किया है वह वर्तमान दौर में बेहद प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि फॉर्मेस्टि का कार्य नीति के पथ पर चलने एवं मानवीयता के मूल्यों के साथ जुड़ा हुआ है।

                                          इस मौके पर विशिष्ट अतिथि बिलासपुर के सहायक औषधी नियंत्रक राजेश क्षत्रिय ने कहा कि व्यावहारिक रूप से बतौर फॉर्मेस्टि ऐसी कार्यशालाएं छात्रों के लिए लाभकारी है। उन्होंने कहा कि उपभोक्तावाद के चलते इस व्यवसाय में नीतिगत मूल्यों में कमी आई ऐसे में विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित होने वाली परिचर्चा एवं कार्यशालाओं से छात्र लाभाविंत होंगे।

                                       इससे पहले फॉर्मेसी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर वी.डी. रंगारी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला के उद्देश्यों एवं कौशल विकास के बिंदुओं पर चर्चा की। प्राकृतिक संसाधन अध्ययनशाला के अधिष्ठाता प्रोफेसर जे.एस. दांगी ने कहा कि माननीय कुलपति महोदया के कुशल मार्गदर्शन में कौशल विकास के क्षेत्र में विश्वविद्यालय में लगातार सार्थक प्रयास हुए हैं। दाँगी मे कहा कि पिछले डेढ़ दशक में छत्तीसगढ़ राज्य ड्रग्स इंस्पेक्टर की नियुक्ति हुईं है जो इस क्षेत्र में करियर बनाने की चाह रखने वाले छात्रों के लिए सकारात्मक पहलू है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस तरह की कार्यशालाओँ से छात्रों को सीधा लाभ मिलेगा।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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