बिलासपुर— सरकार के सख्त तेवर के सामने राइस मिलर्स ने अँत में घुटना टेक दिया। मिलिंग चार्ज घटाए जाने के खिलाफ राइस मिलर्स ने तालाबंदी हड़ताल का एलान किया था। एक दिन पहले जिला प्रशासन ने राइस मिलर्स को दो टूक मिलिंग को लेकर निर्देश दिया था। शासन के सख्त तेवर के आगे और आदेश के बाद राइस मिलर्स के हड़ताल ने दम तोड़ दिया। समितियों से धान उठाव शुरू कर दिया है।
मिलिंग चार्ज घटाने और बारदाना की कीमत को लेकर राइस मिलर्स के तालाबंदी हड़ताल के चलते समितियों से धान उठाव नहीं हो रहा था। 15 नंवबर से धान खरीदी के बाद समितियों में धान उठाव नहीं हो रहा था। शासन के सख्त निर्देश के बाद राइस मिलर्स ने रविवार से हड़ताल खत्म कर विपणन कार्यालय में पंजीयन कराना शुरू कर दिया। पंजीकृत राइस मिलर्स ने आज से समितियों में गाड़ी लगाकर धान का उठाव शुरू कर दिया।
राइसमिलर्स संघ के अध्यक्ष भोला राम मित्तल ने बताया कि शासन ने मिलिंग चार्ज 40 रूपए से घटाकर 25 रूपए कर दिया था। बारदाना की कीमत भी बढ़ा दी गयी थी। मिलर्स को काफी नुकसान हो रहा था। शासन ने हमारी मांग पर विचार करने के बाद कीमतों को पहले की ही तरह रखने का एलान किया। इसके बाद हमने हड़ताल वापस ले लिया है। मित्तल ने बताया कि 110 मिलर्स हैं। हर साल सबके हिस्से में 30 से 40 हजार क्विंटल धान उठाने की अनुमति मिलती है।