एटीआर की धीमी तरक्की से नाराज़ हुए अमर

Shri Mi
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mantri dwara atr ke sambandh me baithak (1)बिलासपुर-अचानकमार टाइगर रिजर्व क्षेत्र के विकास और क्षेत्र में इको पर्यटन को बढ़ावा देने ठोस कार्ययोजना बनाकर पेश करने का निर्देश निकाय मंत्री ने दिया है। कार्ययोजना को आने वाले पांच साल के भीतर पूरा करने को कहा है। एटीआर  विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में अग्रवाल ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आखिर क्या कारण है कि टाइगर रिजर्व घोषणा के बाद एटीआर का विकास नहीं हुआ। बैठक के दौरान अमर अग्रवाल ने एटीआर में विकास कार्य की धीमी गति पर नाराजगी भी जाहिर की है।

             
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                            अधिकारियों को निर्देश देते हुए अमर अग्रवाल ने कहा कि एटीआर का विकास  पीपीपी. माॅडल से किया जाएगा। पर्यटन सुविधाओं के विस्तार के लिए प्रस्ताव शासन भेजने को कहा। मंत्री ने कहा कि एटीआर के समग्र विकास को लेकर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की जायेगी। बिलासपुर कलेक्टर को निर्देश दिया कि एटीआर के बफर और कोर क्षेत्र के बाहर शासकीय और निजी भूमि को चिन्हाकित किया जाए। ताकि पर्यटन और  मोटल जैसी सुविधाओं का विकास किया जा सके।

                        बैठक में एटीआर में स्थित गावों के विस्थापन पर विस्तृत चर्चा हुई। कोर एरिया में स्थित 25 ग्रामों का विस्थापन होना है। 6 गावों के 249 परिवारों का विस्थापन किया जा चुका है। कोर एरिया में 19 गावों का विस्थापन किया जाना है।

                         द्वितीय चरण में कोर एरिया में स्थित 3 गांवों तिलई डबरा, बिरार पानी और छिरहुट्टा के 120 परिवारों का विस्थापन किया जायेगा। तीसरे चरण में 16 गांवों सुरही, अतरिया, जाकड़बांधा, कटामी, डगनियां, महामायी, बम्हनी, निवासखार, राजक, सारसडोल, अचानकमार, बिन्दावन, छपरवा, लमनी, रंजकी के 3266 परिवारों का विस्थापन किया जायेगा।

                                         विस्थापित गावों के बेरोजगारों को कौशल विकास का प्रशिक्षण, महिला समूहों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट, कुक्कुट पालन, जैविक खेती कार्यो की जानकारी दी जाएगी। विस्थापित स्थलों पर वन्य प्राणियों के लिए बेहतर चारागाह का विकास, शाकाहारी-मांसाहारी वन्य प्राणियों की संख्या में बढ़ोत्तरी की संभावना पर ध्यान दिया जाएगा। बैठक में मंत्री ने अचानकमार कोर एरिया से निकलने वाले सड़क मार्ग को बंद करने का प्रस्ताव शासन को भेजे जाने का निर्देश दिया है।

                                 बैठक में संसदीय सचिव तोखन साहू, संभागायुक्त निहारिका बारिक सिंह, आई.जी. विवेकानंद सिन्हा, मुख्य वन संरक्षक  व्ही.आर.आनंद बाबू, कलेक्टर अन्बलगन पी., कलेक्टर किरण कौशल, एसपी बिलासपुर मयंक श्रीवास्तव, एसपी मुंगेली नीतु कमल, जिला पंचायत बिलासपुर सीईओ जे.पी. मौर्य, मुंगेली सीईओ फरिहा आलम और अतिरिक्त कलेक्टर के.डी.कुंजाम, मंगेली और रायगढ़ के डीएफओ समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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