बिलासपुर—संभागायुक्त निहारिका बारिक सिंह ने आज अचानकमार टाईगर रिजर्व के स्थानीय सलाहकार समिति के साथ बैठक की। कोटा केंवची मार्ग में निर्धारित रूट से आवागमन को य़थास्थित बनाए रखने का निर्देश दिया। मालूम हो कि कोटा केंवची मार्ग से परमिट बसें, सार्वजनिक वितरण प्रणाली की खाद्यान्न वाहन और पर्यटक वाहनों को छोड़कर किसी अन्य वाहनों को परिवहन की इजाजत नहीं है।
संभागायुक्त निहारिका बारीक सिंह ने आज अचानकमार क्षेत्र में कारीडोर निर्माण और वन्य जीवों से जुड़े अन्य मुद्दों पर अधिकारियों से साथ चर्चा हुई। अधिकारी ने बताया कि एटीआर में कैमरा ट्रैकिंग के दौरान पांच मेल,तीन फीमेल और शावकों समेत कुल 12 टाईगर पाये गये है।रेडियो कालरिंग के लिए डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ. की टीम को बुलाया गया है।
बैठक में अचानकमार क्षेत्र में पर्यटन विस्तार को लेकर पर भी चर्चा हुई। मुंगेली कलेक्टर किरण कौशल ने लोरमी की ओर एटीआर के लिए गेट खोलने को लेकर चर्चा की। उन्होने बताया कि इससे पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। केंवची की तरफ से भी गेट खोलने के लिए समिति के सदस्यों ने माग की। संभागायुक्त ने बैठक को बताया कि तर्क संगत कारणों पर ही दोनों तऱफ गेट खोला जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार टाईगर रिजर्व क्षेत्र का केवल 20 प्रतिशत क्षेत्र ही पर्यटन के लिए उपयोग किया जा सकता है।
संभागायुक्त बताया कि अचानकमार क्षेत्र से लगे कुरदर में पर्यटन रिसार्ट के लिए 2.50 एकड़ भूमि आबंटित की गयी है। क्षेत्र में भी पर्यटन सुविधा के विस्तार के लिए कार्ययोजना तैयार किया जाए। इस दौरान एटीआर में इकोटूरिज्म के संचालन के लिए टाईगर कन्जरवेशन फाउंडेशन से अनुबंध केे संबंध को लेकर चर्चा की गयी।
कलेक्टर अन्बलगल पी. ने कहा कि अमरकंटक क्षेत्र से लगे तीन गांवों को मिलाकर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि मुंगेली जिले के खुड़िया गांव को इकोटूरिज्म का एटीआर को देने प्रस्ताव शासन को भेजा जायेगा। घोंघा डेम में वाटर स्पोर्ट्स सुविधा दी जायेगी। य
बैठक में एटीआर के डायरेक्टर एल.पी. मसीह, डीएफओ एस.के.पैकरा, मुंगेली डीएफओ तिवारी, डिप्टी कमिश्नर प्रभात झा, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास गायत्री नेताम, अचानकमार टाईगर रिजर्व क्षेत्र के सहायक संचालक एस.के.शर्मा,समाज विज्ञानी श्री पी.डी. खेड़ा, अनुराग शुक्ला, मंसूर खान भी उपस्थित थे।