रायपुर।’बिना दूध और बिना शक्कर की वह चाय किसी वास्तव में फाईव-स्टार होटल की चाय से ज्यादा स्वादिष्ट लगी,जो मुझे हाल ही में राज्य के एक गांव में एक गरीब परिवार में पीने को मिली’।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शुक्रवार को दोपहर रायपुर में महिला और बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित समारोह में गरियाबंद जिले के ग्राम केड़िआमा (रमनपुर) के अपने हाल ही के दौरे के एक प्रसंग को याद करते हुए यह बात कही।सीएम ने समारोह में कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत राज्य में 35 लाख गरीब परिवारों की महिलाओं को सिर्फ 200 रूपए के पंजीयन शुल्क पर रसोई गैस कनेक्शन, डबल बर्नर स्टोव और प्रथम सिलेण्डर मुफ्त दिया जा रहा है।इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि मैंने केड़िआमा गांव में लोगों से पूछा कि किसके-किसके घर में रसोई गैस कनेक्शन आ चुका है और कितने घरों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय बन चुके हैं। इस पर गांव की नंदनी ने कहा कि मेरे घर में शौचालय भी बन गया है और रसोई गैस कनेक्शन, चूल्हा और सिलेण्डर भी आ चुका है, लेकिन मुझे गैस चूल्हा जलाना नहीं आता।
इस पर मैंने कहा-रसोई गैस जलाना मैं सिखा दूंगा, चाय तो पिलाओगी।मैं पैदल उनके साथ उनके घर पहुंचा और उन्हें गैस स्टोव जलाना सिखाया।महिला ने बड़े आग्रह के साथ उस पर बिना दूध और बिना शक्कर की चाय बनाकर मुझे पिलाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह चाय मुझे किसी फाईव-स्टार होटल की चाय से ज्यादा स्वादिष्ट लगी। उन्होंने कहा-प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उज्ज्वला योजना के तहत गरीब घरों में रसोई गैस कनेक्शन पहुंचने पर दो घण्टे में बनने वाली रसोई अब सिर्फ 20 मिनट में बनने लगी है।