रायपुर।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के संस्थापक अध्यक्ष ने प्रदेश की रमन सरकार की गतिविधियों पर तंज करते हुए स्पष्ट कहा है कि प्रदेश सरकार धनवानो की, धनवानो के लिए एवं धनवानो के द्वारा चलने वाली सरकार के रूप में अपनी अलग पहचान बना चुकी है। आम चर्चा है कि खरीदफरोख्त का सभी विभागों में दरबार लगा हुआ है तथा हर काम के लिए कीमत तय है, पैसे दो और काम करवा लो। प्रदेश सरकार जनता को भुलावे में रखने के लिए गरीबों के उत्थान का नाम तो भरपूर लेती है परन्तु उनके विकास की बात केवल जूुबानी जमाखर्च तक ही सीमित है। प्रदेश सरकार के विभागों में कामकाज का यदि जायजा लिया जाये तो वह शून्य की श्रेणी में आता है क्योंकि छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद तीन साल तक सरकार की कथनी और करनी समान थी। प्रशासनिक मजबूती के कारण गलत काम करने वालों में प्रशासनिक भय था तथा सभी कार्य नियमानुसार होते थे परन्तु 2004 के बाद से भाजपा सरकार में प्रशासन नाम की कोई चीज कहीं भी नजर नहीं आ रही है।
इस कारण प्रशासनिक एवं सार्वजनिक क्षेत्र में भर्राशाही का बोल बाला स्पष्ट दिखलाई दे रहा है। प्रदेश की जनता रमन सरकार की ठीली प्रशासनिक व्यवस्था से तंग आ चुकी है तथा उसने आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार से छुटकारा पाने का दृढ़ संकल्प ले लिया है। छत्तीसगढ़ की जनता अपने बीच की सरकार बनाने का मन बना चुकी है, ताकि हर प्रकार का निर्णय स्थानीय स्तर पर ही लिया जा सके तथा उसे केन्द्र की इजाजत की जरूरत ही न पड़े। अब इस प्रदेश की जनता के इस निर्णय को आगामी चुनाव में कार्यरूप में परिणित करना ही शेष है।