विधायकों के साथ 50 से अधिक कांग्रेसी गिरफ्तार…भेजा गया जेल…महिला नेत्री भी शामिल

BHASKAR MISHRA

IMG-20170726-WA0025 बिलासपुर— बिलासपुर पुलिस ने जोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे कांग्रेस विधायकों और नेताओं को गिरफ्तार किया है। पचास से अधिक गिरफ्तार कांग्रेसियों को अस्थायी जेल बिलासागु़ड़ी भेजा गया। कांग्रेस के आदिवासी नेता शिशुपाल सोरी की अगुवाई में सैकड़ों कांंग्रेसी अजीत जोगी के खिलाफ फर्जी जाति मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांंग कर रहे थे। पुलिस ने जाति मामले में एफआईआर की मांग कर रहे विधायकों को भी हिरासत में लिया है। खबर लिखे जाने तक गिरफ्तारी की औपचारिक कार्रवाई की जा रही थी।

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                              सिविल लाइन थाने में पुलिस और कांग्रेस और आदिवासी नेताओं के बीच करीब तीन घंटे का हाईवोल्टेज घटनाक्रम देखने को मिला। पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को आश्वासन दिया कि जांच के बाद जोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाएगा। लेकिन पुलिस की तर्क को कांग्रेसियों ने मानने से इंकार कर दिया। कांग्रेस नेता अजीत और अमित जोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने पर डटे रहे। अंत में पुलिस पर दबाव बनाने थाने के सामने सड़क में  अनशन पर बैठ गए। कांग्रेसियों ने कहा कि जब तक जोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं किया जाता है…धरना से नहीं उठने वाले हैं। IMG-20170726-WA0026

                      बीच सड़क मेंं धरना प्रदर्शन पर बैठे कांंग्रेस नेताओं को पुलिस ने समझाने का प्रयास किया। लेकिन कांंग्रेसी टस से मस नहीं हुए। आलाधिकारियों के आदेश पर पुलिस ने धरना प्रदर्शन में बैठे सभी कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया। इस बीच कांग्रेसियों के धरना प्रदर्शन से मु्ख्य मार्ग की यातायात व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गयी।

                                    गिरफ्तारी का कांग्रेस नेताओं ने विरोध किया। सरकार पर जोगी को बचाने का आरोप लगाया। प्रदेश मुखिया डॉ.रमन सिंंह पर जोगी के साथ दोस्ती निभाने का भी आरोप लगाया। सोरी,राम दयाल उइके,प्रेम साय सिंंह,दिलीप लहरिया,अटल श्रीवास्तव,राजेन्द्र शुक्ला,नरेन्द्र बोलर ने कहा कि प्रदेश सरकार गिरफ्तारी के बहाने जनतंत्र का गला घोंट रही है। अपराध को बढ़ावा दे रही है। जोगी फर्जी आदिवासी है। यदि ऐसा काम कोई साधारण इंसान या आदिवासी करता तो उसे जेल भेज दिया जाता। लेकिन भाजपा राज्य में उल्टा हो रहा है। फरियादी आदिवासियों को जेल और गुनहगार को संरक्षण दिया जा रहा है।

                     गिरफ्तार सभी नेताओं को पुलिस गाड़ी में बैठाकर अस्थायी जेल बिलासागुड़ी लाया गया। विधायक समेत करीब पचास कांग्रेसियों को गिरफ्तार किया गया। इसमें आदिवासी नेताओं की संख्या ज्यादा है। सभी नेताओं के खिलाफ प्रतिबंधात्मक मामला दर्ज कर देर शाम छोड़ दिया गया है।

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