नईदिल्ली।ईडी ने पिछले 15 महीनों में करीब 12,000 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। ईडी द्वारा 15 महीने में जब्त की गई संपत्ति साल 2005 से लेकर एक दशक के बीच जब्त की गई संपत्ति से भी अधिक है। शुक्रवार को वित्त राज्य मंत्री संतोष सिंह गंगवार ने लिखित जवाब में बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर जारी करने के बाद करीब 11,032.72 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। अगर साल 2005 से 2015 के बीच जब्त की संपत्ति से तुलना की जाए तो इस दौरान 9003.26 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है। यह डेटा ईडी की वेबसाइट पर दिया गया है।
वर्तमान वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों में 965.84 करोड़ रुपये जब्त किए गए। टाइम्स ऑफ इंडिया के अपने सूत्रों के हवाले से बताया कि इस साल 30 जून तक जब्त की गई संपत्ति का कुल आकंड़ा 22,000 करोड़ के आसपास है। जब्त संपत्ति के आंकड़ों में उछाल विजय माल्या के केस के बाद आया, जिसमें की करीब दस हजार करोड़ की संपत्ति जब्त की गई। आंकड़ें बताते है कि कुल सर्च का आधे से ज्यादा और कुल गिरफ्तारियों की एक तिहाई अरेस्ट इन 15 महीने में हुआ है। इनमें से कुछ हाई प्रोफाइल मामले और छापेमारी तमिलनाडु में हुई। सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने अपने अधिकारियों को गलत ढंग से कमाए गए पैसों पर कार्रवाई करने के लिए खूली छूट दी हुई है। यही वजह है कि पिछले 15 महीनों में ईडी द्वारा जब्त की गई संपत्ति का आंकड़ा बढ़ा है।