बिलासपुर— मस्तूरी ब्लाक के एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने आज कलेक्टर कार्यालय के घेराव किया। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को बताया कि क्षेत्र की हालत बद से बदतर हो चुकी है। इंसान ही नहीं बल्कि जानवारों के लिए भी क्षेत्र में पानी नहीं है। बारिश नहीं होने के कारण किसानों ने जानवरों को खेत में छोड़ दिया है। क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य माखन पटेल ने बताया कि यदि समय पर सरकार ने मदद नहीं की तो पलायन और आत्महत्या के अलावा ग्रामीण और किसानों के पास कोई रास्ता नहीं है।
मस्तूरी ब्लाक के एक दर्जन से अधिक गावों के लोग आज माखन पटेल की अगुवाई में जिला कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया। माखन पटेल ने बताया कि बारिश नहीं होने से किसान और मजदूरों की हालत बहुत नाजुक हो गयी है। किसान जानवारों को खेत में छोड़ रहे हैं। पानी नहीं बरसने के चलते पानी की भयंकर किल्लत हो गयी है। माखन पटेल ने जिला प्रशासन से लिखित आवेदन देकर मदद की गुहार लगाई है।
जिला प्रशासन को माखन ने बताया कि कोकड़ी,गोबड़ी,रहटाटोर,मनवा,जैतपुरी,वसंतपुर,समेरा,पटई,भटचौरा,आमगांव,उदईबंद,मुकुंदपुर,कुकरदी कला,जोंधरा,गोपालपुर,शिवटिकारी,भेलउनी,टिकारी,हरदीकला,लोहर्सी,चिल्हाटी, टांगर,भुरकुंडा, सोड़ाडीह के लोग पेट के लिए अभी से पलायन कर रहे हैं। खेत में पानी नहीं है। खेतों में डाले गए बीज बेकार हो गए। अब जानवरों के काम आ रहे हैं।
ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि पीने का पानी किलोमीटर दूर से लाना पड़ रहा है। जबकि अभी भी बारिश का मौसम है। आने वाले समय में क्या होगा। सोचकर दिल बैठ रहा है। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि सरकार जल्द से जल्द राहत दे।