रायपुर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शुक्रवार को विधानसभा में धान बोनस के लिए अल्प सूचना पर एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाने की वजह बताते हुए कहा कि अध्यक्ष महोदय, चूंकि यह सत्र अल्प सूचना पर बुलाया गया है, इसलिए मैं इसकी भूमिका पर कुछ बोलना चाहता हूं कि यह सत्र बुलाने की जरूरत क्यों पड़ी? एक दिन का यह सत्र क्यों आवश्यक था? अध्यक्ष महोदय, क्योंकि आकस्मिकता अग्रिम में अधिकतम 100 करोड़ रूपए का व्यय किया जा सकता है, लेकिन यहां 2100 करोड़ रूपए का व्यय अनुमानित है। इसलिए विधानसभा का यह विशेष सत्र बुलाया गया है। चूंकि यह छत्तीसगढ़ के किसानों से जुड़ा विषय है और प्रदेश के अन्न दाता इंतजार कर रहे थे कि कब उन्हें अनुदान की राशि, बोनस के रूप में मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि सब कुछ इंतजार किया जा सकता है, लेकिन खेती इंतजार नहीं कर सकती। बारिश में थोड़ी चूक हो जाए, बारिश न हो तो किसानों के जीवन में परेशानी आती है। डॉ. सिंह ने कहा-इस बार नवरात्रि किसानों के लिए अच्छा संदेश लेकर आयी है, जो बारिश हुई है, उसका असर भी छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि आज जब पक्ष और विपक्ष के सभी सदस्य चर्चा करेंगे तो खेती को लाभदायक कैसे बनाया जाए यह मूल विषय रहेगा। डॉ. सिंह ने राज्य में विद्युत सुविधाओं के विस्तार पर भी प्रकाश डाला और कहा-इसका लाभ किसानों को मिल रहा है। जब छत्तीसगढ़ सरकार बनी, उस समय 75 हजार किसानों के पास ही पम्प कनेक्शन थे, आज यह संख्या बढ़कर चार लाख 25 हजार तक पहुंच गई है।
साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली से पहले हम अपने किसानों के चेहरों पर मुस्कान देखना चाहते हैं। उनकी बेहतरी के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसके परिणाम स्वरूप खेती के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आया है और राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसमें कृषि जगत के योगदान को देखते हुए भी इस वृद्धि का लाभ किसानों को बोनस के रूप में मिलना चाहिए। हमारी सरकार किसानों के हर सुख-दुख में उनके साथ खड़ी है।