रायपुर।केन्द्रीय मुख्य आयुक्त दिव्यांगजन डॉ. कमलेश कुमार पाण्डेय ने बुधवार को रायपुर में दिव्यांगजन से संबंधित राज्य स्तरीय स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ चर्चा कर समीक्षा की। उन्होंने यहां सिविल लाईन स्थित नवीन विश्राम भवन में आयोजित बैठक में स्वयंसेवी संस्थाओं को दिव्यांगजनों के हित में लागू योजनाओं तथा कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन के लिए विशेष जोर दिया। उन्होंने स्वंयसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से उनकी समस्याएं भी सुनी और उनके निराकरण के लिए आवश्यक मार्गदर्शन दिए। इस अवसर पर समाज कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ के सचिव सोनमणि बोरा और संचालक डॉ. संजय अलंग भी उपस्थित थे।केन्द्रीय मुख्य आयुक्त डॉ. पाण्डेय ने कहा कि दिव्यांगजन भी हमारे समाज के महत्वपूर्ण अंग हैं। समाज के समग्र विकास के लिए इनका भी विकास जरूरी है। इसके लिए हम सभी दिव्यांगजनों को सक्षम बनाने के लिए उन्हें समुचित रूप से प्रोत्साहित करें और उनमें हमेशा आत्मविश्वास जगाए रखें।
केन्द्रीय मुख्य आयुक्त डॉ. पाण्डेय ने आगे बताया कि दिव्यांगता जनजागरण का विषय है। इसके लिए पूरे समाज को संवेदनशील होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिव्यांग की दिव्यांगता स्थाई नही होती है। आज के जमाने में अनेक तरह की सुविधाओं और उनके हित में चलाए जा रहे योजनाओं के जरिए उस पर आसानी से जीत हासिल की जा सकती है। इस तरह दिव्यांगजनों को सक्षम बनाने के लिए उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन और सामाजिक विकास का भरपूर अवसर उपलब्ध कराया जाए।
पाण्डेय ने दिव्यांगजनों के हित में निःशक्त व्यक्ति अधिकार अधिनियम 2016 और सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं तथा कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी दी। इस दौरान पाण्डेय ने दिव्यांगजन से संबंधित सभी स्वयंसेवी संस्थाओं को कार्यक्रम के प्रभावी संचालन के साथ-साथ समाज में जागरूकता लाने के लिए जोर दिया। बैठक में सचिव सोनमणि बोरा ने छत्तीसगढ़ राज्य में दिव्यांगजनों के हित में किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यहां दिव्यांगजनों को सक्षम बनाने के लिए उनके समावेशी शिक्षा के साथ-साथ उच्च शिक्षा के लिए दी जा रही सुविधाओं के बारे में भी बताया। बैठक को संचालक डॉ. अलंग ने भी सम्बोधित किया।