रायपुर।पंजीयन विभाग में ई-रजिस्ट्री प्रारंभ कर दी गई है।अब घर बैठे दस्तावेज पंजीयन के लिए अपलोड कर समय बचाया जा सकता है। यह योजना पंजीयन कार्यालय की भीड कम करेगी इसके अतिरिक्त पक्षकारों को लंबा इंतजार करने से भी राहत दिलायेगी। अब तक पक्षकारों द्वारा अपने दस्तावेज तैयार करवाकर पंजीयन विभागों में जमा किया जाता था। जिसकी प्रविष्टी ऑपरेटर द्वारा किया जाता था।इसके बाद जांच की प्रक्रिया पूर्ण होती थी। इस योजना से उक्त प्रक्रिया घर बैठे हो जावेगी। योजना के अनुसार पक्षकारों द्वारा ऑनलाईन रजिस्ट्री के लिए www.epanjeeyan.cg.gov.in पर लॉग इन किया जायेगा। फिर प्री-रजिस्ट्री पर क्लिक करेंगे। उसके बाद यूजर आई.डी. बनाना आवश्यक होगा।
अपना पासवर्ड डालकर सौदा माड्यूल में क्रमशः ई-पंजीयन टोकन, संपत्ति विवरण, संरचना का विवरण, पक्षकार का प्रकार एवं विलेख टिप्पणी भरने के बाद 17 अंकों का आई.डी. मिलेगा। इस आई.डी. को विलेख पुनः प्रिंट में जाकर टोकन नंबर के स्थान पर लिखने पर चेक स्लिप मिलेगी। चेक स्लिप प्रिंट कराकर पंजीयन कार्यालय आना होगा। पंजीयन कार्यालय में दस्तावेज चेक करने के बाद करेक्शन की प्रक्रिया पूरी कर रजिस्ट्री पूरी होगी। एक प्री-रजिस्ट्री टोकन 15 दिनों तक मान्य रहेगा।जिला पंजीयक कुमार भुआर्य से मिली जानकारी के अनुसार इस प्रक्रिया से पंजीयन कार्यालय में मात्र 5-10 मिनट में पंजीयन की प्रक्रिया पूर्ण हो जावेगी। इसे प्री-रजिस्ट्री का नाम दिया गया है। इससे पक्षकारों को यह सुविधा मिलेगी कि वे मनचाही तारीख व समय पर अपना रजिस्ट्री करा सकते है।पंजीयन कार्यालय में उन्हें केवल फोटो खिंचवाने, हस्ताक्षर करने एवं जांच कराने में मात्र 5-10 मिनिट के लिए ही आना पडे़गा।
प्री-रजिस्ट्री की प्रक्रिया
www.epanjeeyan.cg.gov.in में लॉग ऑन करें।
ई-पंजीयन के लिए प्री-रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें।
न्यू यूजर में क्लिक कर अपनी जरूरी जानकारी भरकर यूजर व पासवर्ड क्रिएट करें।
पुनः लॉग ऑन डिटेल में जाकर अपना यूजर और पासवर्ड डालकर भाषा हिन्दी चुनकर लॉग इन करें।
अब सौदा मॉड्यूल में जाकर ई-पंजीयन, टोकन, संपत्ति का विवरण, संरचना का विवरण, पक्षकार का प्रकार तथा विलेख विवरणी भरने के बाद 17 अंकों का लेने देने आई.डी. उत्पन्न होगा।
उस आई.डी. को विलेख पुनःप्रिंट में जाकर टोकन नंबर के स्थान पर लिखे उसे, बाद में शो बटन पर क्लिक करके प्रिंट प्राप्त कर ले।
प्रिंट चेक स्लिप को दस्तावेज में लगाकर पंजीयन कार्यालय में प्रस्तुत करें।
प्री-रजिस्ट्री के फायदे
रजिस्ट्री करने में कम समय लगेगा।
दस्तावेजों में गलती की आशंका खत्म हो जाएगी।
पक्षकारों का समय बचेगा।
भीड से बचाव होगा।