कर्नाटक में मोदी बोले-नोटबंदी के बाद भारत में डिजिटल करेंसी का दौर शुरू

Shri Mi
3 Min Read

Narendra-Modi3सीजीवाल।कर्नाटक के एक दिन दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरि मंजूनाथ स्वामी मंदिर के दर्शन कर उजीर शहर में सार्वजनिक रैली को संबोधित कर रहें हैं और प्रधान मंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के खाताधारकों को रुपे कार्ड सौंपेंगे।पीएम मोदी ने कहा कि आज के युग में पानी का संरक्षण हमारे सभी बड़ी चुनौती है। हमें प्रकृति का महत्व समझना चाहिए। छोटे समय के लाभ के बारे में नहीं सोचना चाहिए।नोटबंदी के बाद अब भारत में शुरू हुआ डिजिटल करेंसी का दौर शुरू गो गया है।उन्होने कहा कि हमारे संतों ने ऐसे संस्थानों की स्थापना की, जिन्होंने सदियों से समाज को मदद की हैयह शताब्दी स्किल डेवलेपमेंट की है, भारत जैसा देश युवा है हमें अपने जनसांख्यिकीय लाभांश को दोहन करना चाहिए।प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि देश में कौशल विकास को लेकर जो काम हो रहे हैं उसे बहुत कुछ हेगड़े जी के काम से मिला है, उनके प्रयोग से मिला हैः इसकी मदद से स्वयं सहायता समूह कैशलेस डिजिटल ट्रांजेक्शन शुरू करने में सक्षम होंगे।इसके बाद पीएम मोदी एक ट्रस्ट के कैंपेन ‘प्रीजर्व मदर अर्थ एंड ट्रांसफर टू नेक्स जेनेरेशन’ की भी शुरुआत करेंगे।
यह भी पढे- छत्तीसगढ़ सरकार का फैसला:सीडी मामले पर होगी CBI जांच

Join Our WhatsApp Group Join Now

                                                         इसके बाद मोदी पैलेस ग्राउंड्स पर वेदांत भारती द्वारा आयोजित एक सार्वजनिक समारोह में भाग लेने के लिए राज्य की राजधानी बेंगलुरु जाएंगे।शाम में 110 किलोमीटर लंबी बीदर-कुलबर्गी रेलवे लाइन का लोकार्पण करेंगे। इस रेलवे लाइन से नई दिल्ली और बेंगलूरू के बीच की दूरी कम हो जाएगी।इस रेलवे लाइन को बनने में करीब 17 साल लग गए। इस प्रोजेक्ट की आधारशीला 1996 में रखी गई थी लेकिन फंड की कमी के चलते काम लटका रहा। इस देरी के चलते 370 करोड़ के प्रोजेक्ट की लागत बढ़कर 1,542 करोड़ हो गई।बता दें कि कर्नाटक में अगले साल चुनाव भी होने हैं। इसके चलते पीएम मोदी का कर्नाटक दौरे को चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत के रूप में भी देखा जा रहा है।
यह भी पढे-
सुलझ गयी अंधे कत्ल की गुत्थी…प्रेमी और पत्नी ने उतारा था मौत के घाट..बिल्हा थाना की घटना

 

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close