शिक्षाकर्मी मुद्दे पर 4 जनवरी को अहम् फैसले की उम्मीद, पंचायत संचालक ने दिया मोर्चा को मिलने का समय

Chief Editor
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strikeरायपुर । छत्तीसगढ़ के शिक्षा कर्मियों की ओर से पिछले महीने की गई हड़ताल से जुड़ी मांगों को लेकर 4 जनवरी , गुरूवार को अहम् फैसले हो सकते हैं। इस दिन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संचालक ने शिक्षक पंचायत एवं नगरीय निकाय मोर्चा के प्रांतीय संचालकों को बातचीत के लिए बुलाया है। मोर्चा नेताओँ का कहना है कि पंचायत संचालक से होने वाली इस मुलाकात में  शासकीयकरण सहित तमाम मांगें पुरजोर तरीके से रखी जाएंगी। उन्हे उम्मीद है कि इस पर सरकार की ओर से सकारात्मक फैसला किया जाएगा।शिक्षक पंचायत/नगरीय निकाय मोर्चा के संचालक वीरेन्द्र दुबे, केदार जैन, संजय शर्मा , चंद्र देव राय  और विकास राजपूत के नाम से सोशल मीडिया पर इस तरह की पोस्ट जारी की गई है।
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जिसमें कहा गया है कि प्रदेश के शिक्षको के लंबे चले हड़ताल के पश्चात 4 जनवरी ,गुरूवार को 12 बजे पंचायत एवं ग्रामीण विभाग के संचालक  तारण प्रसाद सिन्हा  ने मोर्चा के संचालकों को  चर्चा हेतु आमंत्रित किया है। ज्ञातव्य है कि श्री  सिन्हा  पंचायत विभाग के संचालक के पद पर विगत दिनों ही पदस्थ हुए है, जिसके कारण यह बैठक अति महत्वपूर्ण है।मोर्चा संचालकों का कहना है कि  4 जनवरी को होने वाली  बैठक में संविलियन की मांग को पूरी ताकत से उनके समक्ष रखा जाएगा। साथ ही *शासकीयकरण, सातवां वेतनमान, क्रमोन्नत वेतनमान, सहायक शिक्षक पं के वेतन विसंगति , वेतन आबंटन सहित सभी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की जायेगी।

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जैसा कि मालूम है कि पिछले महीने छत्तीसगढ़ के शिक्षा कर्मियों ने अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल शुरू की थी। यह हड़ताल करीब 14 दिन चली थी। चौतरफा दबाव के माहौल में हो रही दमनात्मक कार्रवाइयों के बीच शिक्षा कर्मियों ने आखिर अपनी हड़ताल वापस ले ली थी। इस दौरान सरकार की ओर से खबरें आईं थी कि शिक्षा कर्मियों की मांगों के निराकरण के लिेए हाई पावर कमेटी का गठन किया गया है। जो तीन महीने में अपनी रिपोर्ट देगी ।इस कमेटी के गठन को करीब एक महीने का समय बीत गया है। शिक्षा कर्मियों को इंतजार है कि अपनी मियाद पूरी होते-होते यह कमेटी अपनी रिपोर्ट दे देगी और इसका हश्र पिछली कमेटियों की तरह नहीं होगा। हड़ताल के बाद के माहौल में यह बात साफ दिखाई दे रही है कि शिक्षा कर्मियों के मन में सरकार के दमन और पिछले कई बरसों से उनकी मांगों की उपेक्षा को देखते हुए आक्रोश भी है ।

लेकिन हड़ताल समाप्ति के समय  मुख्यमंत्री के रुख को देखते हुए हालात बेहतर होने की उम्मीदें भी हैं। 4 जनवरी को  पंचायत संचालक से शिक्षक मोर्चा की होने वाली मुलाकात को इसी कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है कि हाई पावर कमेटी मुख्य मुद्दों पर विाचार करने के लिए अपने कदम आगे बढ़ा रही है। इस लिहाज से यह मुलाकात अहम् मानी जा रही है और शिक्षा कर्मियों में सकारात्मक परिणाम की उम्मीद बंधी है।

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