छत्तीसगढ़ में श्रवण बाधितों के लिए खुलेगा कॉलेज

Chief Editor
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thawar

रायपुर ।  केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से  निःशक्तजनों की बेहतरी के लिए चलाई जा रही  विभिन्न योजनाओं की तारीफ  की है। श्री गहलोत ने कहा है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य में इस दिशा में हाल के वर्षों में कई अच्छे कार्य हुए हैं। केन्द्रीय मंत्री ने विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार को निःशक्तों के कल्याण के लिए केन्द्र की ओर से हर संभव सहयोग दिया जाएगा। श्री गहलोत शुक्रवार को  दोपहर राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग के नव नियुक्त अध्यक्ष  रामजी भारती के पदभार ग्रहण समारोह के अवसर नागरिकों को सम्बोधित कर रहे थे।
श्री गहलोत ने इस अवसर पर बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ शासन को राज्य में श्रवण बाधितों के विशेष कॉलेज की स्थापना के लिए दो करोड़ रूपए, रायपुर में नेत्रहीनों के ब्रेललिपि प्रेस की स्थापना के लिए 56 लाख रूपए मंजूर किए गए हैं। राज्य के 50 श्रवण बाधित बच्चों के कॉक्लियर इम्प्लांट के लिए तीन करोड़ रूपए मंजूर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ऐसे बच्चे के कॉक्लियर इम्प्लांट पर छह लाख रूपए खर्च किए जाएंगे। श्री गहलोत ने यह भी कहा कि निःशक्तजनों के लिए एक कम्पोजिट क्षेत्रीय केन्द्र राजनांदगांव में स्थापित किया जाएगा। निःशक्तजनों को यूनिवर्सल पहचान पत्र देने की केन्द्रीय योजना के तहत छत्तीसगढ़ में भी राज्य सरकार के सहयोग से सर्वेक्षण जल्द शुरू किया जाएगा। श्री गहलोत ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के विकास से देश का भी विकास हो रहा है। डॉ. रमन सिंह की सरकार छत्तीसगढ़ को भारत का अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है।
राज्य अनुसूचित जाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष  रामजी भारती ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की ओर से मुझे जिस भरोसे के साथ यह जिम्मेदारी दी गई है, उस पर खरा उतरने का मैं भरपूर प्रयास करूंगा।

 

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