राजिम।धर्मस्व विभाग के सचिव सोनमणी बोरा ने राजिम कुंभ कल्प मेला के अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राजिम का यह कुंभ धार्मिक, अध्यात्मिक ही नहीं बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का कुंभ है। यहां पर सभी वर्ग के लोग पूरी श्रध्दा भावना के साथ पहुंचकर भगवान राजीव लोचन और श्री कुलेष्वर महादेव के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करते हुए स्वयं को कृतार्थ समझते है। माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक चलने वाले इस कुंभ आयोजन में विद्यार्थी वर्ग को जोड़ने की भावना से प्रेरित होकर तथा प्रदेश की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत परिचय करवाना भी है। इसी उद्देष्य को लेकर इस वर्ष कुंभ में दूषित होती नदियों के संरक्षण और संवर्धन के प्रति जनजागरण हेतु मैराथन दौड़ का भी आयोजन किया गया। इस मैराथन दौड़ में सभी वर्ग के लोगो सहित विद्यार्थियों को विषेष रूप से षामिल किया गया। ताकि वे नदियों के महत्व को समझे और उसके संरक्षण तथा संवर्धन के प्रति जागरूक होकर नदियों के पानी को दूषित होने से बचाया जा सके। आज की सबसे बड़ी मांग पानी की बचत है। हमें गिरते हुए जल स्तर को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करना होगा और इन नदियों को सुरक्षित रखना होगा। आज जिसे हम सुरक्षित रखेगें उससे आने वाली भावी पीढ़ी परिचित हो सके।
ऐतिहासिक और अध्यात्मिक विरासत का राजिम कुंभ-सोनमणी बोरा
Join Our WhatsApp Group Join Now