रायपुर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मासिक रेडियो वार्ता ‘रमन के गोठ’ की अनुगूंज आज छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध राजिम कुंभ में भी सुनी गई। यह पहला मौका था जब छत्तीसगढ़ के इस सबसे बड़े धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन में साधु-संतों सहित श्रद्धालुजनों के लिए ‘रमन के गोठ’ का प्रसारण सुनवाने की व्यवस्था की गई। महानदी, पैरी और सोंढूर नदियों के पवित्र संगम पर माघ पूर्णिमा से चल रहे एक पखवाड़े के इस विशाल मेले का आज बारहवां दिन था। वहां इन दिनों विराट संत समागम चल रहा है, जिसमें छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न राज्यों से आए साधु-संत आए हुए हैं। उन्होंने संत-समागम क्षेत्र में स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों के साथ ‘रमन के गोठ’ की 30वीं कड़ी को गंभीरता से सुनकर अपनी उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया दी। छत्तीसगढ़ रेडियो श्रोता संघ के संरक्षक और अपैक्स बैंक के अध्यक्ष अशोक बजाज और रेडियो श्रोता संघ के सदस्यों ने साधु-संतों को ‘रमन का गोठ‘ सुनने के लिए आमंत्रित किया था। संत-महात्माओं ने सहर्ष उनका आमंत्रण स्वीकार किया और बड़ी संख्या में आयोजन में उपस्थित हुए। मुख्यमंत्री ने रविवार के अपने रेडियो प्रसारण में सभी लोगों को दो दिन बाद होने जा रहे महाशिवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी।
साधु-संतों ने इसके लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। उल्लेखनीय है कि महाशिवरात्रि के दिन राजिम कुंभ के वार्षिक मेले का विधिवत समापन होगा। संत-महात्माओं ने डॉ. रमन सिंह द्वारा रेडियो वार्ता में दी गई शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की भी तारीफ की। उदासीन पंचायती बड़ा अखाड़ा सुल्तानपुर से आए श्री महंत धर्म प्रकाश ने मुख्यमंत्री की रेडियो वार्ता को आम जनता के लिए काफी उपयोगी और ज्ञानवर्धक बताया। महंत धर्म प्रकाश का कहना था कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ की तर्ज पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री अपने राज्य की जनता से रेडियो के माध्यम से सीधे संवाद करते हैं, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था का अनुपम उदाहरण है।