रायपुर—पिछले तीन सालों में मांग की तुलना में लगभग 407 करोड़ यूनिट कम बिजली का उत्पादन प्रदेश में हुआ है। एक समय छत्तीसगढ़ पावर सरप्लस राज्य था पिछले 14 साल में भाजपा की सरकार ने प्रदेश को पावर डेफिसिट राज्य बना दिया है। मरवाही विधायक अमित जोगी ने चौंकाने वाला खुलासा विधानसभा में किया है।
विधानसभा में एक प्रश्न के दौरान मरवाही विधायक अमित जोगी ने मुख्यमंत्री पर सीधे सीधे निशाना साधा है। अमित जोगी ने बताया कि विधानसभा में मुख्यमंत्री से पिछले तीन सालों में छत्तीसगढ़ में हुए बिजली उत्पादन और खपत की जानकारी मांगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि साल 2015-2016 से साल 2017-2018 तक 4745.378 करोड़ यूनिट यानी 47453.78 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ है। 5152.231 करोड़ यूनिट यानि 51522.31 मिलियन यूनिट बिजली की खपत हुई है।
मतलब राज्य में जितना उत्पादन हुआ उससे लगभग 407 करोड़ यूनिट ज्यादा बिजली खपत हुई है। जोगी ने कहा कि इसका सीधा मतलब छत्तीसगढ़ पावर डेफिसिट राज्य बन गया है। 14 सालों में ऊर्जा विभाग प्रभारी मंत्री मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह रहे हैं। उन्होने चौकाने वाली बात कही है कि एक तरफ छत्तीसगढ़ खुद की बिजली खपत की मात्रा पूर्ति नहीं कर पा रहा है लेकिन दूसरे राज्यों को बिजली बेच रहा है।
मुख्यमंत्री से मिली जानकारी के आधार पर जोगी ने बताया कि पिछले तीन सालों में छत्तीसगढ़ ने केरल, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना को 620.88 करोड़ यूनिट यानि 6208.83 मिलियन यूनिट बिजली बेची है।