प्रशासन और कांग्रेसियों के बीच जमकर बहसबाजी… किसानों के मुद्दों पर कलेक्टोरेट का घेराव कर कांग्रेस ने दिखाई ताकत..

Chief Editor
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बिलासपुर ।  किसानों के मुद्दों और समस्याओँ को लेकर कांग्रेसियों ने सोमवार को जिला कलेक्टोरेट का जमकर घेराव किया। इस दौरान जिले भर से आए कांग्रेसियों ने अपनी ताकत दिखाते हुए जोरदार नारेबाजी केसाथ प्रदर्शन किया। इस बीच ज्ञापन लेने बाहर आए एडीशनल कलेक्टर के.डी. कुंजाम और कांग्रेसियों के बीच जमकर बहस भी हुई।कांग्रेसियों ने प्रदर्शन के दौरान मुख्य रूप से बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों को मुआवजा देने और फसल बीमा का लाभ देने की माँग प्रशासन के सामने रखी और इसे लेकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।

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प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उइके  की अगुवाई में सोमवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया ।घेराव के दौरान प्रशासन और सरकार के खिलाफ कांग्रेसियों ने जमकर नारेबाजी की ।कांग्रेसियों का शोर शराबा सुनने के बाद अतिरिक्त कलेक्टर केडी कुंजाम को अपने कक्ष से बाहर आना पड़ा ।कांग्रेसियों ने उन्हे राज्यपाल के नाम ज्ञापन पत्र दिया। इस दौरान कांग्रेसियों ने बताया कि प्रदेश के किसान पलायन करने को मजबूर हैं। आत्महत्या कर रहे हैं। बावजूद इसके प्रशासन उनके सहयोग के लिए सामने नहीं आ रही है। रामदयाल उइके ने बताया फसल बीमा का भुगतान आज तक नहीं किया गया है। जिन किसानों को फसल बीमा का भुगतान किया गया है वह निर्धारित शर्तों के अनुसार नहीं है। इसके अलावा जिन छोटे किसानों की फसल बर्बाद हो चुकी है, उन्हें आज तक फसल बीमा का लाभ नहीं मिला है ।

उइके  ने कहा कि  पिछले 2 साल से जिले के किसी भी मनरेगा मजदूर को भुगतान नहीं किया गया है। मामला विधानसभा में भी उठाया गया है।शासन का दावा है कि मनरेगा मनरेगा मजदूरों का भुगतान कर दिया गया है। लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। मजदूर पलायन को मजबूर हैं ।यदि 1 महीने के अंदर मनरेगा मजदूरों का भुगतान नहीं किया गया तो कांग्रेस पार्टी आंदोलन करेगी। इसे लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं और  बिलासपुर प्रभारी रामदयाल का अतिरिक्त कलेक्टर के साथ जमकर वाद विवाद हुआ। रामदयाल उइके ने बताया कि अभी तक किसानों को सूखा राहत मुआवजा राशि नहीं किया गया है । केडी कुंजाम ने कहा 30% से अधिक राशि का वितरण किया जा चुका है…… यदि आपके पास कोई प्रमाण है कि राशि का वितरण नहीं हुआ है …..तो शासन के सामने रखें। इतना सुनते ही जिला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और रामदयाल उइके भड़क गए। उन्होंने कहा यदि प्रशासन के पास प्रमाण है कि मुआवजा राशि का वितरण किया गया है तो हमें दिखाएं। हम जमीनी कार्यकर्ता है जो देखते हैं वही बोलते हैं ।कांग्रेसियों के तेवर को देखते हुए अतिरिक्त कलेक्टर को बैकफुट पर आना पड़ा। उन्होंने कहा मामले की जांच करेंगे जो भी सच्चाई होगी ।उसको सामने लाएंगे किसी भी किसान को या मजदूरों को पलायन करने की जरूरत नहीं है।  सर्वे करने का काम निजी कंपनी के हाथ में है ।शिकायत मिली है इस बात को ध्यान में रखते हुए अपने स्तर पर देखएंगे। जो भी सच्चाई सामने आ जाएगी तो  किसी भी किसान को फसल बीमा को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है । नुकसान की भरपाई हर हालत में होगी।

इस दौरान कांग्रेसियों ने जमकर नारेबाजी की  । साथ ही प्रदेश सरकार और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जाहिर किया ।ज्ञापन देने वालों में रामदयाल उइके के अलावा प्रदेश कांग्रेस  महामंत्री कांग्रेस अटल श्रीवास्तव, जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला, जिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेंद्र बोलर वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिवा मिश्रा BDA के पूर्व अध्यक्ष गफ्फार,   नेता प्रतिपक्ष नगर निगम शेख नसीरुद्दीन, कांग्रेस  प्रवक्ता शैलेंद्र जायसवाल, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष भुनेश्वर यादव, तखतपुर कांग्रेस विधानसभा प्रत्याशी आशीष सिंह, विजय पांडे ,पंकज सिंह, जसबीर गुंबर,संभागीय प्रवक्ता अभय नारायण राय समेत ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष और कार्यकर्ता महिला नेत्री मौजूद थे ।कांग्रेसियों ने अतिरिक्त कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए कहा कि यदि किसानों मजदूरों और गरीबों की मांगों को शासन – प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया तो कांग्रेस पार्टी 1 महीने तक इंतजार करेगी ।इसके बाद उग्र आंदोलन होने से कोई नहीं रोक सकता है।

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