बिलासपुर–स्वर्गीय लखीराम अग्रवाल सभागार में बिलासपुर सभाग के दो महान विभूतियों का सम्मान किया गया। अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश के नगरीय निकाय मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि सरकार का काम नीतियां बनाना और लागू करना है। कानूनव्यवस्था को चुस्त दुरूस्त रखना है। सामाजिक बदलाव सरकार से नहीं बल्कि सामाजिक गतिविधियों से आता है। इसका उदाहरण आज हमारे सामने है। समाजसेवी दामोदर गणेश बापट और छत्तीसगढ़ के मूर्धन्य साहित्यकार और पत्रकार श्यामलाल चतुर्वेदी ने ऐसा कर दिखाया है।
स्वर्गीय लखीराम ऑडिटोरियम में नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने और समाज के विभिन्न क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों, संस्थाओँ ने दोनो महान विभूतियों को सम्मानित किया। मालूम हो कि बापट और चतुर्वेदी को राष्ट्रपति के हाथों पद्मश्री अलंकरण दिया जाना है। बापट ने सभी से कुष्ठरोगियों के लिये काम करने की अपील की। उन्होने कहा कि कुष्ठरोगियों को अपनेपन की आवश्यकता होती है। उनसे दूर न भागें बल्कि उनकी सहायता करें। साहित्यकार एवं पत्रकार श्यामलाल चतुर्वेदी ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा को आगे बढ़ाने में जितना संभव था सबके साथ मिलकर प्रयास किया गया। अब आगे की जिम्मेदारी आम जनमानस की है। चतुर्वेदी ने बताया कि जीवन में उन्हें भरपूर प्यार और स्नेह मिला। इस प्यार और स्नेह के लिए सबका आभारी हूं।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि बापट ने कुष्ठरोगियों की सेवा में अपना पूरा जीवन लगा दिया। जिन कुष्ठरोगियों से समाज दूर भागता था उनके बीच में रहकर समाज को जागरूक करने का काम किया। जांजगीर में उनके आश्रम में कुष्ठ रोगियों के प्रति स्नेह और सेवाभाव देखते ही बनता है।
अमर अग्रवाल ने श्यामलाल चतुर्वेदी को छत्तीसगढ़ी ब्याकरण और भाषा का मूर्धन्य साहित्यकार बताया। मंत्री ने कहा कि उनके जैसा साहित्यकार पाकर छत्तीसगढ़ के लोग धन्य महसूस कर रहे हैं। चतुर्वेदी की कमोबेश सभी रचनाएं कालजयी हैं। खासकर छत्तीसगढ़ी भाषा को उन्होंने जन-जन तक पहुंचाने में बहुत ही सराहनीय कार्य किया है।चतुर्वेदी ने पत्रकारिता में सकारात्मकता को बढ़ावा दिया है। पत्रकारिता के दौरान उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों पर जमकर प्रहार किया।
कार्यक्रम को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष धरम लाल कौशिक ने भी संबोधित किया। कौशिक ने कहा कि यदि किसी को सरलता और फलदार वृक्ष को देखना है तो मंच पर विराजमान दोनो महान विभूतियों को देखने का सौभाग्य ना जाने दें। कौशिक ने बताया कि एक विभूति ने कुष्ठरोगियों को समाज में सम्मान दिलाया। तो दूसरे छत्तीसगढ़ साहित्य को आकाश को ऊचाइंयां दी है।
नगर निगम बिलासपुर के सौजन्य से आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम के अंत में महापौर किशोर राय आभार जाहिर किया। इस अवसर पर सांसद लखनलाल साहू, पूर्व सांसद गोविन्द मिश्रा,काशीनाथ घोरे,संभागायुक्त टी.सी.महावर, कलेक्टर पी दयानंद, एसपी आरिफ शेख, निगम कमिश्नरसौमिल रंजन चौबे,केन्द्रीय विश्वविद्यालय कलपति अंजिला गुप्ता,बिलासपुर विश्वविद्यालय कुलपति डॉ.गौरी दत्त शर्मा समेत बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।