World Kidney Day-World Women’s Day पर अपोलो हाॅस्पिटल द्वारा जागरूकता कार्यक्रम

Shri Mi
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World Kidney Day,World Women's Day,bilaspur, apollo hospital,chhattisgarhबिलासपुर।विश्व गुर्दा दिवस व विश्व महिला दिवस,08 मार्च के अवसर पर अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया इस कार्यक्रम का उददेश्य जनमानस का गुर्दा ;किडनीद्ध के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराने हेतु किया गया है। हाॅटेल आनंदा इम्पीरियल में हुए इस कार्यक्रम में डाॅ. चंद्रशेखर, वरि. गुर्दा रोग सलाहकार, अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर , डाॅ रश्मि शर्मा वरि. स्त्री रोग विशेषज्ञ प्रमुख आहार विशेषज्ञ, व्ही. चंपा ने गुर्दा रोग से संबंधित जानकारी प्रदान की।स्वस्थ किडनी सभी के लिये, थीम पर आधारित इस जागरूकता कार्यक्रम में सी ओ ओ अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर डाॅ. सजल सेन ने बताया कि गुर्दा रोग होने की संभावना महिलाओं व पुरूषों दोनो में बराबर होती है पर इसका प्रोग्नोसिस महिलाओं में ज्यादा देर से होता है पुरूषें में कम समय में होता है। उन्होंनें बताया कि किडनी प्रत्यारोपण के प्रकरणों में 70 से 80 प्रतिशत डोनर महिलायें होती है।डाॅ. चंद्रशेखर , वरिष्ठ गुर्दा रोग विशेषज्ञ, अपोलो हाॅस्पिटल के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को अपने शरीर के इस अत्यंत महत्वपूर्ण अंग की कार्यप्रणाली व इसमें हो सकने वाली समस्याओं की जानकारी होनी चाहिये।

उन्होंने आॅडियो वीडियों के माध्यम से गुर्दा की सामान्य कार्यप्रणाली को समझाते हुये रोग की स्थिति में समस्यायो के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की। उन्होंने इससे बचाव पर जोर देते हुये स्वस्थ रहने हेतु गोल्डन नियम, बताते हूये शरीर में पानी की कमी न होने देने, रक्तचाप व रक्त में शुगर की मात्रा नियंत्रित रखने, जीवन शैली में परिवर्तन, संतुलित खानपान, दैनिक क्रियाकलापों में सक्रिय रहने व नियमित स्वास्थ जाॅच की बात कही। अनुवांशिक गुर्दा रोग की स्थिति में परिवार के अन्य सदस्यों को समय समय पर अपने स्वास्थ की नियमित जाॅच करानी चाहिये।

डाॅ रश्मि शर्मा वरि. स्त्री रोग विशेषज्ञ नें बताया कि महिलाओं में किडनी इनफेक्शन की संभावना अधिक होती है अतः उन्हे ज्यादा सावधानी बरतनें की जरूरत है। उन्होंनें महिलाओं में होने वाली ल्यूपस नेफ्रोपैथी की जानकारी देते हुये इसके उपायों की जानकारी दी।

प्रमुख आहार विशेषज्ञ, व्ही. चंपा मजुमदार, ने गुर्दा रोग से ग्रसित रोगियों के खानपान पर विशेष जानकारी देते बताया कि गुर्दा रोगियों को प्रोटीन, सोडियम, फाॅस्फोरस व पोटेशियम युक्त भोजन नही लेना चाहिये अथवा भोजन में इन तत्वों की मात्रा व तरल पदार्थ व पानी चिकित्सक व आहार विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार लेनी चाहिये। ऐसे मरीजों को पत्तीदार सब्जियों व खटटे फल व नींबू से भी परहेज पखना चाहिये क्योंकि इनमें पाटेशियम की मात्रा अधिक होती है। डायलिसिस के मरीजों भोजन में अन्य परहेजोे के साथ हाई प्रोटीन पदार्थो का समावेश होना चाहिये।

कर्यक्रम में उपस्थित विशेषज्ञों ने जन समूह के गुर्दा रोग से संबंधित प्रश्नो के उत्तर दिये।इस अवसर पर हाॅस्पिटल बिलासपुर में सफल हुये गुर्दा प्रत्यारोपण के मरीजों, डायलिसिस के मरीजों व उनके पविार के सदस्यों ने अपने अनुभव साझा किये। इनके साथ साथ उन मरीजों जो अपने स्वास्थ के प्रति सजग है व अपनी डायलिसिस में नियमित हैं का सम्मान किया किया गया।कर्यक्रम में पंजाबी महिला एसोसिएशन, कान्यकुब्ज ब्राहम्ण समाज व सेक्रो की सदस्यों सहित अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर के विभाग प्रमुख व कर्मचारी गण उपस्थित रहे।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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