रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने सरकारी अस्पतालों के निजीकरण के फैसले पर सरकार को आड़े हाथों लिया है। ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए उन्होंने लिखा है कि अगर खुद डाक्टर होते हुए रमन सिंह राजधानी के चार अस्पताल भी नहीं चला पा रहे हैं, तो इससे साबित होता है कि अब वे सरकार चलाने के काबिल भी नहीं रहे।भूपेश बघेल ने ट्वीट किया है कि -“डॉक्टर’ रमन सिंह सरकार ने राज्य के नौ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को निजी हाथों में सौंपने का निर्णय लिया है।
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अगर ख़ुद ‘डॉक्टर’ होते हुए रमन सिंह जी राजधानी के चार अस्पतालों को नहीं चला पा रहे हैं और निजी हाथों में सौंपने की बात कर रहे हैं तो इससे यही साबित होता है कि वे अब सरकार चलाने के काबिल भी नहीं बचे हैं. 3/3
— Bhupesh Baghel (@Bhupesh_Baghel) March 22, 2018
सरकार इसे पीपीपी मॉडल बता रही है लेकिन जितने विवरण सामने आए हैं उससे साफ़ है कि इन अस्पतालों का निजीकरण यानी प्राइवेटाइज़ेशन होने जा रहा है।यानी देश के सबसे गरीब राज्य की जनता को मिलने वाले सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं और भी महंगी और कठिन हो जाएगी।भूपेश बघेल ने कहा कि दुर्भाग्यवश जिन गरीब,किसान और मज़दूरों के लिए जीवन पहले से कठिन है,उन पर सरकार इलाज और दवा का बोझ और डाल रही है।अगर ख़ुद ‘डॉक्टर’ होते हुए रमन सिंह जी राजधानी के चार अस्पतालों को नहीं चला पा रहे हैं और निजी हाथों में सौंपने की बात कर रहे हैं तो इससे यही साबित होता है कि वे अब सरकार चलाने के काबिल भी नहीं बचे हैं।