NTPC के खिलाफ किसानों में आक्रोश..समर्थन में कूदे टीएस सिंंहदेव…किसानों ने बिना नौकरी हटने से किया इंकार

BHASKAR MISHRA
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रायगढ़—लारा में एनटीपीसी प्रोजेक्ट के खिलाफ प्रभावित किसानों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। स्थायी नौकरी की मांग को लेकर किसानों ने एनटीपीसी के बाहर छेना की होली जलाकर धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया है। विधानसभा नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने लारा पहुंचकर किसानों का समर्थन किया है। मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन को यथासंभव मदद का आश्वासन भी दिया है।

             
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                              रायगढ़ एनटीपीसी लारा में किसानों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। जमीन के बदले स्थायी नौकरी नहीं मिलने से नाराज प्रभावित किसानों ने जंग का एलान कर दिया है। नाराज आंदोलनकारियों ने एनटीपीसी लारा में स्थायी नौकरी नहीं मिलने तक कण्डा छेना जलाकर प्रोजेक्ट के बाहर धरना प्रदर्शन का शपथ लिया है।

                      किसानों का समर्थन देने पहुंचे टीएस सिंंहदेव ने कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी है। प्रोजेक्ट के लिए किसानों को बहला फुसलाकर बहूमूल्य जमीन को हथियाया गया। अब एनटीपीसी लारा प्रबंधन ने नौकरी देने से इंकार कर दिया है। इसे किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जा सकता है। सिंहदेव ने कहा कि एनटीपीसी क्षेत्र सिलग रहा है। किसानों के भीतर असंतोष की चिंगारी भड़क रही है। किसानों का आक्रोश प्रदेशहित में ठीक नहीं है। शासन ने किसानों से नौकरी और भारी भरकम मुआवजा का आश्वासन देकर खेती-बाड़ी को हथिया लिया है। एनटीपीसी प्रबंधन ने नौकरी देने से इंकार कर दिया है। प्रभावित किसानों के साथ अन्याय को किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जाएगा।

पुनर्वास नीति का पालन नहीं 

                 टीएस सिंहदेव को आंदोलनकारियों ने बताया कि 2012 में जमीन का अधिग्रहण किया गया। जमीन से बेदखल किसानों को आज तक किसी प्रकार की सुविधाएं नही मिली है। एनटीपीसी प्रबंधन ने पुनर्वास नीति का पालन नहीं किया  है। जिसके कारण हमको सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पडा है

किसानों से धोखा

   किसानों को समर्थन देने पहुंचे टीएस सिंहदेव ने सीजी वाल संवाददाता को बताया कि वादा कर मुकरना शासन की पुरानी आदत है। एटीपीसी ने किसानों का खेत लेकर हाथ पैर काट दिया है। आश्वासन के बाद भी बेरोजगार हो चुके किसानों और परिवार के सदस्यों को नौकरी नहीं दिया जाना तानाशाही को जाहिर करता है। ऐसे में विरोध प्रदर्शन का होना स्वाभाविक है।

आवेदन नहीं अब आंदोलन

                मंगलवार सुबह 10 बजे प्रभावित गांव के आंदोलनकारियों से मिलने नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव पहुंचे। उन्होने प्रभावितों से भू अर्जन शर्तों की जानकारी मांगी। सिंहदेव ने किसानों को आश्वासन दिया कि “पुनर्वास नीति के तहत  जो भी होगा उसके लिए मैं सहयोग करूंगा”। इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जयंत ठेठवार,  बिलासपुर के पंकज सिंह,अन्य कांग्रेसियों समेत सैकड़ों प्रभावित किसान मौजूद थे।

आंदोलन से नहीं हटुंगा

                युवा किसान  रामकुमार पटेल ने कहा सरकार ने किसानों को साफ्ट टारगेट बना लिया। लेकिन अब हम पीछे हटने वाले नहीं है। जब तक प्रभावित किसानों को वाजिब हक नहीं मिल जाता है…धरना स्थल पर डटे रहेंगे।  हम लोगों ने कई बार आवेदन  दिया..जिसका कोई परिणाम नहीं मिला है।एनटीपीसी आवेदन की नहींं बल्कि आंदोलन की भाषा को समझता है।

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