कोटा – कोंचरा पहुंचे CM डॉ.रमन सिंह ने मरार समाज को दी कई सौगात

Chief Editor
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बिलासपुर । मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह रविवार को  यहां कोटा विकास खण्ड के ग्राम कोनचरा में मरार समाज द्वारा आयोजित शाकंभरी महोत्सव एवं सामाजिक सम्मेलन में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मरार समाज का छत्तीसगढ़ के विकास में अहम योगदान है। मरार समाज अपने कठोर अनुशासन के लिये जाना जाता है। इस समाज ने विभिन्न प्रकार की सामाजिक बुराईयों से दूरी बनाकर रखी है जो बड़े ही हर्ष की बात है। मां शाकंभरी को प्रकृति और हरियाली की देवी माना जाता है और मरार समाज भी नदी के कछार में सब्जी उत्पादन से जुड़ कर समाज की भलाई के साथ-साथ प्रदेश की तरक्की में अपना योगदान देते हैं। डॉ सिंह ने कहा कि सरकार ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में बाजार (पसरा) शुल्क को समाप्त कर दिया है। शुल्क समाप्त होने से सब्जी व्यवसाय से जुड़े कृषकों की आय में वृद्धि हुई है और उनकी परेशानी खत्म हो गई है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने समाज की मांग पर ग्राम कोनचरा में सामाजिक समरसता भवन के लिये 15 लाख रूपये, सड़क कंक्रीटीकरण के लिये 10 लाख रूपये तथा तालाब सौंदर्यीकरण की मांग को स्वीकृति प्रदान की। डॉ सिंह ने कहा कि पंप कनेक्शनों की संख्या पहले 60 हजार थी जो बढ़कर अब 4 लाख 60 हजार तक हो गई है। सौर सुजला योजना के माध्यम से 3 लाख रूपये का पंप किसानों को मात्र 10-15 हजार की कीमत में देते हैं। अभी सरकार 50 हजार पंप का वितरण कर रही है। उन्होंने कहा कि सौभाग्य योजना के अंतर्गत हर गांव,मजरा, टोला में विद्युत कनेक्शन दिये जा रहे हैं। अगले 4 माह में 6 लाख 40 हजार लोगों के घर बिजली पहुंचा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेशभर में सड़कों का ऐसा जाल बिछा दिया है कि कृषक कम समय में ही अपनी सब्जी बाजार तक पुहंचा कर अच्छी कीमत ले पा रहे हैं। सड़कों के बन जाने से सिर्फ परिवहन ही आसान नहीं हुआ है बल्कि किसानों को भी इसका लाभ मिल रहा है।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मरार समाज मां शाकंभरी की उपासना करता है और धर्म से जुड़ा है। इस समाज ने शांति को कायम रखा है। मां शाकंभरी की उपासना करने वाले मरार समाज ने शाकाहार को प्राथमिकता दी है जिससे अहिंसा को बढ़ावा मिलता है। अहिंसा से धर्म का उदय होता है और धर्म से समाज में शांति आती है। उन्होंने कहा कि जहां-जहां हरियाली आती है वहां मां शाकंभरी की कृपा होती है। सरकार ने छत्तीसगढ़ में धान के अलावा सब्जी उत्पादन को बढ़ावा दिया है। मरार समाज सब्जी उत्पादन से जुड़ा हुआ है। उन्होंने समाज के युवाओं को कृषि महाविद्यालयों में कौशल उन्नयन के अंतर्गत कृषि के क्षेत्र में तीन माह का निशुल्क प्रशिक्षण लेने का आह्वान किया साथ ही सलाह दी कि टिशु कल्चर को अपनाकर सब्जी एवं फल उत्पादन को बढ़ाकर आय में वृद्धि की जा सकती है। उन्होंने समाज से बेटियों को शिक्षित करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि आजकल बेटियां प्रत्येक क्षेत्र में आगे हैं और फायटर प्लेन तक उड़ा रही हैं।

इस अवसर पर सांसद  लखनलाल साहू ने कहा कि सरकार ने शाकंभरी योजना के माध्यम से किसानों को लाभ पहुंचाया है। मरार(पटेल) समाज ने शाकंभरी योजना का लाभ बखूबी लिया है और अपनी आर्थिक तरक्की की है। उन्होंने समाज से आह्वान किया कि वे प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय निर्माण सहित अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ उठाएं। सम्मेलन में संसदीय सचिव तोखन साहू, मरार समाज के प्रदेश अध्यक्ष  विजय पाटिल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुश्री समीरा पैकरा, कवर्धा के जिला पंचायत सदस्य  संतोष पटेल एवं रजनीश सिंह, रामदेव कुमावत उपस्थित रहे। इस अवसर पर संभाग आयुक्त टी सी महावर, पुलिस महानिरीक्षक  दीपांशु काबरा, जिला कलेक्टर  पी दयानंद, पुलिस अधीक्षक  आरिफ शेख उपस्थित रहे।

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