रायपुर । वाणिज्यिक कर एवं उद्योग मंत्री अमर अग्रवाल ने मंगलवार को यहां अधिकारियों की बैठक लेकर आबकारी विभाग के काम-काज की समीक्षा की। श्री अग्रवाल ने कहा कि आबकारी विभाग द्वारा संचालित शराब दुकानों के लिए अपना स्वयं का भवन होना चाहिए। दुकान निर्माण के लिए स्थल चिन्हांकन, भू-आवंटन और भवन निर्माण की कार्रवाई किया जाए। उन्होंने अभियान चलाकर एक वर्ष की समय-सीमा में यह सम्पूर्ण कार्रवाई पूर्ण करने को कहा है। बैठक में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में आबकारी राजस्व के रूप में 5 हजार 184 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई है। बैठक में आबकारी आयुक्त डी.डी सिंह सहित संचालनालय और जिले के आबकारी अधिकारी उपस्थित थे।
आबकारी भवन में आयोजित बैठक में विभागीय अधिकारियों ने बताया कि पांच शराब दुकानों को छोड़कर राज्य की सभी शराब दुकानें नए साल में भी शुरू कर दिए गए हैं। शुरू नहीं होने वालों में रायपुर जिले की 3 और महासमुंद जिले की 2 दुकानें शामिल हैं। राज्य में कुल 693 दुकानों के जरिए शराब की बिक्री की जाती है। सभी दुकानों से खरीदारों को बिल उपलब्ध कराई जा रही हैं। कहीं कोई दिक्कत नहीं है। सीसीटीव्ही कैमरों के जरिए शराब बिक्री की पूरी प्रक्रिया की निगरानी की जा रही है। श्री अग्रवाल ने कहा कि अधिकारी स्वयं सीसीटीव्ही फूटेज का अवलोकन करें और यदि कोई गड़बड़ी सामने आती है, तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई करें। अधिकारियों ने बताया कि विभागीय टोल फ्री नम्बर से पिछले साल 3 हजार 393 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, इनमें से 2 हजार 940 का निराकरण कर लिया गया है। सबसे ज्यादा 1 हजार 682 शिकायतें अधिक दर पर मदिरा बिक्री से संबंधित हैं। इनमें अकेले रायपुर जिले में 900 और दुर्ग जिले में 138 शिकायतें आई हैं। श्री अग्रवाल ने जिले वार शराब की बिक्री,उठाव की जानकारी ली और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।