नई दिल्ली-भारत में अब दुनिया के ताकतवर विमानों में शुमार सुपर हॉर्नेट फाइटर एयरक्राफ्ट को बनाया जाएगा। भारतीय सेना को और ताकतवर बनाने के लिए बोइंग, हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स (एचएएल) और महिंद्रा डिफेन्स कंपनी मिलकर F/A-18 सुपर होर्नेट को बनाएगी।कंपनियों के बीच हुए महत्वपूर्ण समझौता के बाद देश में करीब 2000 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार वाले 110 सुपर होर्नेट बनाये जाएंगे। भारीतय सेना को और ताकतवर बनाने के साथ ‘मेक इन इंडिया’ को आगे बढ़ाने के लिहाज में यह एक बड़ा कदम है।’मेक इन इंडिया’ प्रोजेक्ट के तहत रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में RFI (रिक्वेस्ट फॉर इन्फर्मेशन) जारी किया है।अन्य सैन्य विमान निर्माताओं लॉकहीड मार्टिन, साब, दसॉ और रूसी एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन मिग की तरह ही बोइंग बड़ी कंपनी है और यह सभी कंपनियां इस डील को हासिल करने की दौड़ में थी। बोइंग इंडिया के प्रेजिडेंट प्रत्युष कुमार, HAL के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर टी सुवर्ण राजू और महिंद्रा डिफेंस सिस्टम्स के चेयरमैन एसपी शुक्ला ने यहां चल रहे डिफेंस एक्सपो में ‘मेक इन इंडिया फाइटर’ के लिए मेमोरैंडम ऑफ अग्रीमेंट का आदान-प्रदान किया।
कंपनी के अनुसार, एचएएल में एसयू-30 एमकेआई, हॉक-एजीटी, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए), ध्रुव-एएलएच और चीता और चेतक हेलीकाप्टर का निर्माण प्रगति में है।किसी टैक्टिकल एयरक्राफ्ट की तुलना में सुपर होर्नेट फाइटर एयरक्राफ्ट की परिचालन लागत प्रति घंटे कम आएगी। F/A-18 सुपर हॉर्नेट भारत की डिफेंस पावर को और मजबूत करेगा। आने वाले दशकों में यह फाइटर प्लेन भारत को और भी ताकतवर देश बना देगा। यह जबरदस्त फाइटर एयरक्राफ्ट दुश्मन के नापाक इरादों को कम और खत्म करने में मदद करेगा। F/A-18 सुपर हॉर्नेट की रफ़्तार 1915 किमी प्रति घंटे और रेंज 3,330 किमी होती है। महाशक्तिशाली सुपर होर्नेट को किसी भी रडार पर पकड़ना असंभव है।विमान निर्माताओं को अपना प्रपोजल 6 जुलाई तक भेजना है।अधिकारियों ने कहा था कि हाल ही में शुरू की गई रणनीतिक साझेदारी मॉडल के तहत एक भारतीय कंपनी के साथ एक विदेशी विमान निर्माता द्वारा जेट का उत्पादन किया जाएगा।