बिलासपुर–लगातार 15 वें दिन कांग्रेस नेता और नेत्रियों ने सफाई कर्मचारियों के समर्थन में विकास भवन के सामने धरना प्रदर्शन किया। महिला कांग्रेसियों ने महापौर को चूड़ी थमाकर जमकर नारेबाजी की। नाराज महापौर ने दो टूक कहा कि जब मर्जी होगी नियमितिकरण के लिए प्रस्ताव लाउंगा।इतना सुनते ही धरना प्रदर्शन में बैठे जिला कांग्रेस नेता और पार्षदों ने महापौर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। महिला कांग्रेस नेत्रियों ने महापौर की गाड़ी में चूड़ी फेककर विरोध प्रदर्शन किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। लेकिन गिरफ्तारी किेए वापस भी लौट गयी।
शुक्रवार को विकास भवन के सामने महापौर के हाथ में कांग्रेस नेत्रियों ने चूड़ी देकर और कार में फेंककर विरोध प्रदर्शन किया। मालूम हो कि तीन सौ से अधिक सफाई कर्मचारियों की मांग को लेकर जिला कांग्रेस और पार्षद लगातार पन्द्रह दिनों से विकास भवन के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। आज जब महापौर अपने कार्यालय से निकलकर कार की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान कांग्रेस नेत्रियों ने किशोर राय को घेर लिया। इस दौरान कुछ सफाई कर्मचारी भी मौजूद थे।
कांग्रेस नेत्रियों ने महापौर से सफाई कर्मचारियों को नियमिति करने की मांग को दुहराया। इतना सुनते ही महापौर ने नाराज होकर कहा कि धरना प्रदर्शन करने से कुछ नहीं होगा। कई बार कहा कि धरना प्रदर्शन का स्थान बदलों लेकिन किसी ने नहीं माना। महिला कांग्रेस नेत्रियों से महापौर ने कहा कि सफाई कर्मचारी धरना प्रदर्शन का समर्थन भी नहीं कर रहे हैं। बावजूद इसके काम काज में कांग्रेसी बाधा पहुंचा रहे हैं। सफाई कर्मचारी नेता प्रशासन के अधिकारियों से भी मिलकर आ गए हैं। बावजूद इसके धरना प्रदर्शन ठीक नहीं है।
प्रस्ताव के बारे में मेयर ने कहा कि मेरी इच्छा जब चाहूंगा प्रस्ताव भेजूंगा। जितना नारेबाजी करना हो कर लो। मैं जब चाहूंगा इसके बाद ही सफाई कर्मचारियों की नियमितिकरण की कार्रवाई होगी। इतना सुनते ही कांग्रेस नेत्री अजरा,सुनीता कांसकर ने महापौर के हाथ में चूड़ी थमा दिया। मेयर ने हाथ खींच लिया। चूड़ी फर्स पर विखर गयी। इसके बाद कांग्रेस नेत्रियों ने महापौर की गाड़ी में चूड़ी फेंककर विरोध किया। धरने पर बैठे कांग्रेस नेताओं ने महापौर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मौके पर पहुंची पुलिस
चूड़ी कांड के बाद महापौर नाराज होकर विकास भवन से निकल गए। इसके बाद कुछ मिनटों में ही गाडी से वापस आए। कहने लगे जितना नारेबाजी करना है करो। इससे मुझे कोई फर्म नहीं पड़ता है। इसके धरना प्रदर्शन पर बैठे कांग्रेसियों ने जमकर हंगामा मचाया।
पुलिस मौके पर पहुंची
चूड़ी देने और हंगामे की जानकारी मिलते ही सिटी कोतवाली और सिविल लाइन थाना प्रभारी जवानों के साथ विकास भवन पहुंचे। डग्गा भी मंगवा लिया गया। चूंकि मामला शांत हो चुका था। पुलिस ने किसी भी कांग्रेसी को गिरफ्तार नहीं किया।
महिला शक्ति का हुआ अपमान
धरना पर बैठे शेख नजरूद्दीन,शैलेन्द्र जायवाल,शैलेश पाण्डेय और शिवा ने बताया कि सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का दिखावा कर रही है। नहीं तो कोई कारण नहीं था कि बेटियों का अपमान किया जाए। मेयर ने महिलाओं के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया है। निगम शासन जागीर नहीं है कि मेयर कहें कि मेरी मर्जी। कांग्रेस नेताओं ने कहा मेयर के खिलाफ महिलाओं के साथ अपमान किए जाने की शिकायत करेंगे।महापौर में ना तो गंभीरता है और ना ही संस्कार।महिलाओं से किस तरह व्यवहार किया जाता है। उन्हें इस बात को सीखने और समझने की जरूरत है। इस मौके पर कांग्रेस के कई नेता मौजूद थे।