रायपुर।। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के संस्थापक अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा है कि जम्मू कश्मीर के कठवा एवं उत्तर प्रदेश के उन्नाव में नाबालिक एवं मासूम बच्चियों के साथ घटित शर्मनाक दुष्कर्मों ने दरिंदगी एवं हैवानियत के सभी उदाहरणों को पीछे छोड़ दिया है तथा उन्होंने चिन्ता एवं रोष व्यक्त करते हुये कहा है कि इन घटनाओं ने निर्भया कांड की याद ताजा कर दी है।
जोगीा ने कहा कि आरोपी दरिन्दों को बचाने एवं साक्ष्य मिटाने में सत्ता के दबाव के कारण पुलिस को अपने कर्तव्य से विमुख करने बाध्य किया जा रहा है। भाजपा सरकार में जनता के अच्छे दिन तो आये नहीं अलबत्ता दुष्कर्मियों के अच्छे दिन अवश्य आ गये है। ऐसी अमानवीय एवं वहशियाना वारदातों की जितनी निंदा की जाए कम है। ऐसे दुष्कृत्यों एवं जघन्य अपराधों को मजहबी चश्में से देखना अमानवीय एवं गलत है। आश्चर्य की बात है कि इन वारदातों को अंजाम देने वाले भाजपा विधायक सहित पुलिस कर्मी गंभीर अपराध पंजीबद्ध होने के बावजूद खुले आम घूम रहे हैं। इन घटनाक्रमों ने जम्मू कश्मीर एवं उत्तर प्रदेश सरकारों को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। जबसे केन्द्र एवं अन्य राज्यों में भाजपा सत्ता में आयी है दुष्कर्म एवं जघन्य अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं तथा आरोपियों के हौसले बढ़ते ही जा रहे हैं क्योंकि उन्हें मालूम है कि देर-सबेर उन्हें भी सत्ता से क्लीन चिट मिल ही जायेगी।
श्री जोगी ने कहा है कि भाजपा तो केवल अपनी गिरती साख एवं डूबती नाव बचाने में घूम-घूमकर अपने बेसिर पैर के आरोपों के द्वारा भाषण के माध्यम से अपनी समाप्तप्रायः साख को बैसाखी का सहारा देने के असफल प्रयास में लगी है। आज देश भर में मां-बहनों एवं मासूम बच्चियों में अपनी असमत बचाने का खौफ बढ़ता ही जा रहा है।