लोरमी ( योगेश मौर्य ) । केंद्र और राज्य सरकार की महत्वाकांछी योजना स्वच्छ भारत मिशन जिसके तहत शौचालय का निर्माण तो करा दिया गया । लेकिन इस निर्माण कार्य में जिस तरीके से पंचायत के जनप्रतिनिधियो ने भ्रष्टाचार किया है । उस ओर किसी भी जिम्मेदार अधिकारी या राजनेताओं का ध्यान नही जा रहा है। पूरा मामला मुंगेली जिले के लोरमी विकासखण्ड के ग्राम पंचायत हरदी का है । जहाँ के सरपंच सचिव ने शौचालय के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया । जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने एसडीएम से लेकर जनपद सीईओ तक से की । लेकिन कार्यवाही कुछ भी नही हुयी।
मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम हरदी में करीब 300 शौचालयों का निर्माण कराया जाना था । जिसके लिए सरपंच ने जोर- शोर से कार्य शुरू कराया और जल्दी ओडीएफ घोषित करने के चक्कर में जितने पुराने शौचालय बने थे उन पर ही हितग्राहियों के नाम लिखवाकर उसका जियोटेकिंग कराया और हितग्राहियों को प्रोत्साहन राशि देने की बात कही गयी । लेकिन ओडीएफ घोषित होने के बाद आज तक उन्हें प्रोत्साहन राशि का भुगतान नही किया गया है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच के कहे अनुसार हमने अपने पैसे लगाकर शौचालय का निर्माण करा लिया । लेकिन राशि के नाम पर हमें कुछ भी नही मिला है । गांव में एक ऐसा हितग्राही है , जिसे शौचालय निर्माण की जानकारी ही नही थी । निर्माण के समय वो अपने परिवार के साथ गांव से बाहर था । लेकिन उसे जानकारी दिए बिना सरपंच ने गुणवत्ताहीन निर्माण करा दिया । जिसके इस्तेमाल किये बिना ही शौचालय ढह गया । जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने एसडीएम लेकर सीईओ तक से की है । लेकिन सरपंच सचिव के ऊपर कोई कार्यवाही नही हुयी।
तिलक दास सरपंच प्रतिनिधि हरदी ने बताया कि पंचायत में कुल280 शौचालय का निर्माण कराया गया । जिसकी राशि भी आहरण कर ली गयी है।
जनपद सीईओ उमाशंकर बन्दे से बात की गयी तो वे भी इस मामले गोलमोल जवाब देने लगे । उनका कहना है हमे एसडीएम कार्यालय से जाँच सम्बन्धी लेटर आया है । पूर्व में भी जाँच की गई है और अगर शिकायत है तो फिर से जाँच कराई जाएगी।