रायगढ़।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि किसानों और मजदूरों की तकलीफों को दूर करने के लिए मैं विकास यात्रा में निकला हूं। डॉ. सिंह ने कहा कि तेज गरमी और लू की परवाह किए बगैर जब राज्य के किसान-मजदूर खेतों में मेहनत करते हैं, खंती कोड़ते हैं, तेन्दूपत्ता तोड़ते हैं, तो उन्हें ऐसा करते देखकर मुझे भी उनके लिए और ज्यादा काम करने की प्रेरणा मिलती है, इसलिए नवतपा की तेज गरमी का परवाह किए बगैर उनसे मुलाकात करने और योजनाओं का फायदा दिलाने के लिए मैं विकास यात्रा में निकला हूं।डॉ. सिंह सोमवार को रायगढ़ जिले के ग्राम छाल (विकासखण्ड-धरमजयगढ़) में आयोजित विशाल जनसभा को सम्बोधित करते कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने यहां 64 करोड़ रुपए की लागत के 78 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने राज्य और केन्द्र सरकार की हितग्राही मूलक योजनाओं के अंतर्गत लगभग 13 हजार हितग्राहियों को अनुदान सहायता, सामग्री और आबादी पट्टे वितरित किए। समारोह की अध्यक्षता केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि किसानों और तेन्दूपत्ता संग्राहकों को उनकी मेहनत का बोनस बांटने के लिए भी यह विकास यात्रा निकाली गई है। उन्होंने बताया कि रायगढ़ जिले के 96 हजार किसानों को 96 करोड़ रुपए से ज्यादा का बोनस आज उनके खाते में जमा कराया गया है। कम्प्यूटर में क्लीक करते ही उनके खाते में यह राशि अंतरित हो गई। डॉ. सिंह ने कहा कि विकास यात्रा के दौरान पूरे राज्य में 1700 करोड़ रुपए की राशि किसानों को धान बोनस के रूप में बांटी जा रही है। इसी प्रकार 700 करोड़ रुपए का तेन्दूपत्ता बोनस भी संग्राहकों को दिया जा रहा है। साढ़े 12 लाख से ज्यादा परिवारों को आबादी पट्टे वितरित किए जा रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि विकास यात्रा में लोगों का अपूर्व उत्साह और समर्थन मिल रहा है। तीर्थयात्रा के बराबर लोगों का आशीर्वाद विकास यात्रा में मिल रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने सभा में उपस्थित लोगों से पूछा कि उन्हें एक रूपए किलो में चावल और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत स्मार्ट कार्ड योजना का लाभ मिला है कि नहीं। उपस्थित अधिकांश लोगों ने दोनो हाथ उठाकर समवेत स्वर से दोनांे योजनाओं का लाभ मिलने की पुष्टि की।