मुंगेली(आकाश दत्त मिश्रा)।देश मे अब तक 14 लोगो की जान ले चुका निपाह वायरस मुंगेली नगर की दहलीज़ पर खड़ा नज़र आ रहा है, अब तक इसे खुशकिस्मती माने की कोई भी इस वायरस का शिकार नही हुआ है वर्ना जानकारों और विशेषज्ञों के अनुसार बताई गई स्थिति जिनमे निपाह वायरस लोगो को अपनी चपेट में ले सकता है वो स्थिति लगभग शहर के हृदय स्थल बनती नज़र आ रही है। बहुत ही कम समय मे अपने प्रभाव से पीड़ित को काल के गाल में ले जाने वाले इस निपाह वायरस को लेकर तरह तरह की जांच और परीक्षण देश की बड़ी प्रयोगशालाओं में जारी है लेकिन फिलहाल विशेषज्ञों ने इसे चमगादड़ो और सुअर के एक जगह पर होने से पनपने की आशंका जताई है। ये बैट्स अपनी लार के माध्यम से फल सब्जियों को दूषित करते है जिनका सेवन करते ही हम तुरन्त निपाह वायरस की चपेट में आ जाते है।
मुंगेली के हृदय स्थल माने जाने वाले बड़ा बाजार इलाके में चमगादड़ो की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है हालांकि इस इलाके में इनका बसेरा काफी समय से है लेकिन इन दिनों निपाह वायरस को लेकर फैली खबरों ने क्षेत्र के निवासियों को चिंता में डाल रखा है।निपाह वायरस को लेकर नगर पालिका स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों को लेकर मुख्य नगर पालिका अधिकारी राजेश गुप्ता ने बताया कि मुनादी कर लोगो को इस वायरस के लक्षणों की जानकारी दी जाएगी और सभी संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया जाएगा।
निपाह वायरस के लक्षण
निपाह वायरस से संक्रमित मनुष्य को आमतौर पर बुखार, सिरदर्द, उनींदापन, मानसिक भ्रम, कोमा, विचलन होता है। निपाह वायरस से प्रभावित लोगों को सांस लेने की दिक्कत होती है और साथ में जलन महसूस होती है। वक्त पर इलाज नहीं मिलने पर मौत भी सकती है। इंसानों में निपाह वायरस एन्सेफलाइटिस से जुड़ा हुआ है, जिसकी वजह से ब्रेन में सूजन आ जाती है। डॉक्टरों के मुताबिक कुछ मामलों में 24-28 घंटे के अंदर लक्षण बढ़ने पर मरीज कोमा में भी चला जाता है। वर्तमान समय मे स्वास्थ्य संबंधी मामूली उपचार की व्यवस्था जिले के सरकारी अस्पतालों में नही है तो इस जानलेवा वायरस से पीड़ितों के लिए मुंगेली के शासकीय अस्प्ताल पहले ही फेल साबित है। जो कि नगरवासियों में आक्रोश का कारण भी बन रहा है
घनी आबादी का इलाका
बड़ा बाजार क्षेत्र घनी आबादी वाला इलाका होने के साथ साथ स्पातहिक बाजार का मुख्य केंद्र भी है यहाँ सब्जी फल के साथ साथ खाद्य सामग्रियों की बिक्री बड़े पैमाने पर होती है । सब्जियां ज्यादातर मुंगेली के आसपास के क्षेत्रों से लाई जाती है जबकि फल बाहरी क्षेत्रो से आयात किये जाते है महानगरों में बाजर से आयात होने वाले फलों सब्जियों पर रोक लगाए जाने जैसी खबरे सोशल मीडिया में तेजी से सामने आ रही है । जो कि व्यापारियों के लिए चिंता की वजह बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका प्रशासन को जल्द से जल्द ऐसे इलाको का निरीक्षण कर निपाह वायरस से बचने लोगो को जागरूक करने का अभियान शुरू करना चाहिए नही निपाह वायरस से ग्रस्त अगला मरीज मुंगेली जिले से हो तो कोई आश्चर्य की बात नही होगी , ताज़ा हालात यही बयाँ कर रहे है।