सचिवालय का पर्दा बना बहाना…भूपेश ने साधा सरकार पर निशाना…राष्ट्रीय सम्मेलन में बताया..मंत्रालय में टंगा गुजरात का पर्दा

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर….देवांगन समाज के राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि बघेल ने समाज से एकजुट होकर आर्थिक आंदोलन करने को कहा। भूपेश ने उपस्थित लोगों को अपने संबोधन में बताया कि समाज से कितना विधायक चुनकर सदन में पहुंचे उतना महत्वपूर्ण नहीं है..महत्वपूर्ण यह है कि प्रदेश में छत्तीसगढ़ियों की हित करने वाली सरकार बने।
                    गुरूनानक स्कूल में आयोजित देवांगन समाज के राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश ने कहा कि प्रदेश में महत्व देने वाली सरकार मिलकर बनाना होगा। समाज से कितने विधायक सदन में पहुंचे इतना महत्वपूर्ण नहीं है.. महत्वपूर्ण तब है जब  प्रदेश की सरकार छत्तीसगढ़ियों की हित में काम करे।  भूपेश ने बताया कि समाज के सियान जब सामाजिक बातों को लेकर इकट्ठा होते हैंतो उनकी चिंता का विषय रोटी और बेटी होती है। रोटी याने आर्थिक स्थिति, बेटी मतलब सामाजिक इज्जत और मान मर्यादा। बैठकों में अधिकतर बातें सामाजिक मान मर्यादाओं को लेकर और समाज से आयी पारिवारिक शिकायतों पर ही केन्द्रित होती है। महत्वपूर्ण पक्ष आर्थिक स्थिति कैसे सुदृढ़ हो यह छूट जाता है।  जबकि आज के युग में जब हम नारा लगाा है रहे हैं कि जय देवांगन – जय महाजन। जाहिर सी बात है कि हमें अपने कारोबार की स्थिति को मजबूत करने की  जरूरत है।
         भूपेश ने कहा कि बुनकर समाज को बाजार कैसे उपलब्ध हो। उनका बनाया हुआ कपड़ा बाजार में कैसे स्थापित हो। आज छ.ग. शासन के सचिवालय में कलेक्टरों के कार्यालयों में दूसरे प्रदेशों के कपड़ों के पर्दे टांगे जा रहे हैं। आखिर छ.ग. के बुनकर भाईयों के कपड़ों पर  सरकार पर्दों पर रूपए क्यों नहीं खर्च करती है। गुजरात से कपड़ा क्यों मंगाया जाता है… इस पर चर्चा होनी चाहिये।
              भूपेश बघेल ने बताया कि देवांगन समाज के लोग कह रहे हैं कि जो राजनीतिक दल हमें अधिक टिकट देगा, उसके साथ जायेंगे। विधायक आपके कितने हैं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, फर्क इससे पड़ता है कि सरकार कैसी है। समाज के आवश्यकताओं को कितना समझती और चिंता करती है। सरकार के प्राथमिकता में बुनकर की समस्या है या नहीं यह महत्वपूर्ण है। उन्होंने उदाहरण देते हुये कहा कि विधानसभा में 80 प्रतिशत विधायक किसानी कार्य से आते हैं।  लेकिन किसानों की स्थिति क्या है। सरकार की प्राथमिकता में किसान की जगह उद्योगपति और पूंजीपति हैं। महत्वपूर्ण यह है कि सरकार सभी समाज के साथ के छत्तीसगढ़ियों की  हित की रक्षा करने वाली बने।
      भूपेश ने कहा कि कोई भी व्यक्ति एक समाज का नेता बनकर सामाजिक वोट तो प्राप्त कर लेगा लेकिन चुनाव तो तभी जीतेगा जब वह सभी समाजों को आपस में जोड़े और दूसरें समाजों का विश्वास हासिल करे। बूपेश बगेल ने शादी ब्याह में फिजूल खर्ची रोकने की बात भी कही। उन्होने कहा कि समाज को सामूहिक विवाह जैसे कार्यक्रम की तरफ बढ़ना होगा।
                    कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि मोतीलाल देवांगन ने संबोधित किया।  कहा कि सरकार बुनकरों की समस्याओं पर बिलकुल ध्यान नहीं दे रही है। बुनकर सहकारी संस्था के चुनाव में हस्तक्षेप कर रही है । प्रदेश में ऐसी सरकार बनेगी जिसकी प्राथमिकता में बुनकर होंगे।
                   कार्यक्रम को प्रदेश महामंत्री गिरीश देवांगन, अटल श्रीवास्तव, प्रवक्ता शैलेष पांडे, भूमि विकास बैंक अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने भी संबोधित किया।
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