..17 सालों में 3700 वर्ग किमी घटा जंगल का रकबा..हाईकोर्ट ने पूछा…आखिर पौधे लगाए कहां गए…कहां गए 15 सौ करोड़

BHASKAR MISHRA
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रायपुर– छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी  सीनियर पैनलिस्ट और मीडिया प्राभारी विकास तिवारी ने प्रदेश सरकार के मुखिया, उनके मंत्री और भाजपा राज्यसभा सांसद के विश्व पर्यावरण दिवस पर दिये गए शुभकामना संदेश पर चुटकी ली है। विकास तिवारी ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि जिस सरकार ने करोड़ो पेड़ लगाने के नाम पर 15 वर्षो में 500 करोड़ का घोटाला किये है। उससे हरियर छत्तीसगढ़ योजना की बातें हास्यास्पद लगती है। विकास ने बताया कि हरियर छत्तीसगढ़ योजना में जमकर कमीशनखोरी हुई है। बीजेपी सरकार के लोग किस मुँह से विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाये देते है, जिन्होंने खुद ही प्रदेश के पर्यावरण का सर्वनाश किया है।
                      मीडिया प्राभारी विकास तिवारी ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि छत्तीसगढ़ में प्रतिवर्ष करोड़ों पौधों का रोपण होता है। बावजूद इसके 15 सालो में प्रदेश में जंगल कम हुए हैं। छत्तीसगढ़ में बीते 15 सालों में जंगल बढ़ने के बजाए घट गए हैं। जबकि सालाना बारिश के मौसम में 500 करोड़ से ज्यादा की रकम प्लांटेशन में खर्च की जाती है। हर साल वन विभाग दावा करता है कि एक करोड़ से ज्यादा पौधे लगाए हैं। यदि लगाए हैं तो दिखने भी चाहिए। लेकिन लगाए गए हो तो तभी पौधे दिखाई देंगे।
        तिवारी ने बताया कि राज्य के हाई कोर्ट ने भी नोटिस जारी कर वन विभाग से पूछा है कि आखिर पौधे लग कहां रहे हैं। लग रहे हैं तो जंगल का रकबा क्यों घट रहा है? दरअसल पौधेरोपण होने के बावजूद साल  2001 से 2015 तक लगभग 3700 वर्ग किमी जंगल कम हो गया है। इसका खुलासा सरकार की रिपोर्ट में हुआ है। मामले की जांच को लेकर हाई कोर्ट का नोटिस जारी होने के बाद वन विभाग के मंत्री महेश गागड़ा और आला अफसर जवाब नहीं दे पा रहे हैं। राज्य में 8-10 सालों में सिर्फ कागजों में पौधा रोपण हुआ। उस पर खर्च हुई रकम अफसरों की तिजोरी में चली गई है। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार सरकार और उनके अफसरों ने पौधा रोपण के नाम पर 15 सौ करोड़ से ज्यादा की रकम डकार ली है।
                   कांग्रेस मीडिया प्राभारी विकास तिवारी ने बताया कि हरिहर छत्तीसगढ़ योजना 2017 में ही 8 करोड़ 2 लाख पौधे लगाए गए हैं। 2016 में 7 करोड़ 60 लाख पौधे लगाए गए थे। 2015 में 10 करोड़ पौधे लगाए गए थे। छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद लगातार पौधरोपण होने के बाद वर्ष 2001 से 2015 तक लगभग 3700 वर्ग किमी जंगल कम हो गया है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री रमन सिंह, मंत्री गण अजय चंद्राकर, राजेश मूणत और राज्यसभा सांसद सरोज पांडे सोशल मीडिया में विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामना वाला टीजर जारी किया है। लेकिन हरियर छत्तीसगढ़ घोटाले के जवाब मांगे जाने पर सब के मुँह में ताले लग गए हैं।
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