संविलयन का एलान,हलचल तेज,संगठन नेताओं ने कहा-एकता की जीत

Chief Editor
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रायपुर।सीएम डाॅ रमन सिंह की ओर से ंसंविलियन के एलान के बाद शिक्षाकर्मियो में हलचल तेज हो गई है।जगह जगह पटाखे फोडे गए और खुशियां मनाई जा रही है।संगठन के नेताओं ने सीएम के इस ऐलान का स्वागत किया है।साथ ही इसे लंबे संघर्ष का परिणाम बताते हुए संगठन की एकता की जीत निरूपित किया है।प्रदेश संचालक संजय शर्मा ने मुख्यमंत्र के घोषणा का स्वागत करते हुए अपेक्षा ब्यक्त की है समतुल्य वेतन निर्धारण की विसंगति दूर करते हुए समानुपातिक, कर्मोनन्ति के आधार पर छठवे ( समतुल्य/ पुनरीक्षित) वेतनमान का निर्धारण कर विद्यमान वेतन पर सातवे वेतनमान के निर्धारण का लाभ देते हुए ब्याख्याता, शिक्षक, सहायक शिक्षक के पद पर ही संविलियन का केबिनेट में प्रस्ताव किया जाएगा।संजय शर्मा ने मोर्चा के बैनर में आंदोलन में शामिल होने वाले सभी शिक्षाकर्मियो कर्मियों के सांगठनिक एकता की जीत बताया।मुख्यमंत्री ने विकास यात्रा के मंच से अपने उद्बोधन में कहा है कि नियमित शिक्षको व शिक्षाकर्मियो के सेवा शर्तों व सुविधाओ में अंतर था वह संविलियन से समाप्त हो जाएगा।
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कमलेश्वर सिंह, प्रान्ताध्यक्ष छ.ग.व्यख्याता (पं)संघ एवम् संचालक एकता मंच ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने शिक्षाकर्मियो को शासकीय शिक्षक बनाने की जो घोषणा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति में अंबिकापुर की सभा में की है वह ऐतिहासिक ही नही बल्कि मुख्यमन्त्री का शिक्षा कर्मियो के प्रति सवेदनशीता का परिचायक है।इसका छत्तीसगढ़ व्यख्याता(पं) संघ हार्दिक स्वागत करता है ।उन्होंने इन्हें शिक्षा कर्मियो को 20 वर्ष के संघर्ष में सबसे बड़ा सौगात बताया है। मुख्यमन्त्री ने कहा है कि केबिनेट के बैठक में निर्णय लेने के बाद इसकी आधिकारिक क्रियान्वन किया जायेगा ।कमलेश्वर सिंह ने कहा कि संविलयन से पूर्व राज्य शासन के आदेश दिनांक 17.5.2013 में शासकीय शिक्षको के समतुल्य स्वीकृत वेतनमान के निर्धारण में छत्तीसगढ़ वेतन पुनरीक्षण नियम 2009 के नियम 07 के तहत वेतन निर्धारण नही करने से उतपन्न वेतन विसंगति को दूर किया जाये तथा प्रथम नियुक्ति तिथि से 10 वर्ष में प्रथम क्रमोन्नत वेतनमान के आधार पर वेतन पुनरीक्षण करने के आदेश दिया जाये तथा1.5.2013 से आर्थिक लाभ देने की मांग की ।उन्होंने आगे मांग की है कि संविलयन निति स्पस्ट हो जिसमे सहायक शिक्षक(पं/ननि)एवम् शिक्षक(पं/ननि) को वरिष्ठता के आधार पर प्रधान पाठक पद पर पदोन्नति तथा व्यख्याता(पं/ननि) को वरिष्ठता के आधार पर हायर सेकण्डरी स्कूल के प्राचार्य पद पर पदोन्नति करने का स्पष्ट नीति बननी चाहिए।संविलयन के साथ साथ छतीसगढ़ वेतन पुनरीक्षण नियम 2017(सातवां वेतनमान)के नियमानुसार वेतनमान एवम् वेतन निर्धारण नियम का उल्लेख हो।

शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा जिला संचालक बालोद दिलीप साहू ने कहा की सीएम की इस घोषणा से सभी शिक्षाकर्मियों के साथ सा​थ उनके परिवार के भी चेहरे​ लिख गये है। जिसके लिए उन्होंने डॉ रमन सिंह को बहुत बहुत धन्यवाद दिया है।साथ ही जिला संचालक दिलीप साहू ने मुख्यमंत्री के शिक्षा कर्मियो के संविलियन की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के अम्बिकापुर में विकास यात्रा में शिक्षाकर्मियों के संविलियन घोषणा का स्वागत करते हैं,इससे पूरे प्रदेश के शिक्षा कर्मियो के साथ बालोद जिले के सभी शिक्षा कर्मियो ने खुशी व्यक्त की है।साथ ही अब अपेक्षा है कि समतुल्य वेतन निर्धारण की विसंगति दूर करते हुए समानुपातिक, क्रमोन्नति के आधार पर छठवे ( समतुल्य/ पुनरीक्षित) वेतनमान का निर्धारण कर विद्यमान वेतन पर सातवे वेतनमान के निर्धारण का लाभ देते हुए प्रदेश के सभी ०१ लाख ८० हजार शिक्षाकर्मियों का ब्याख्याता, शिक्षक, सहायक शिक्षक के पद पर ही संविलियन का आदेश शीघ्र जारी किया जाए।इस अवसर पर जिला संचालक दिलीप साहू,प्रांतीय सहसंचालक प्रदीप साहू,सूरजगोपाल गंगबेर,विक्रम राजपूत,सरिता देवान,शेषलाल साहू,हेमंत हिरवानी,हरीश साहू,नरेंद्र साहू,रोमन साहू,विजय साहू,लालेश्वर सिन्हा,द्वारिका भारद्वाज,शशि अग्रवार,जालम नेताम,खेमन साहू मौजूद थे।

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