ठंडे बस्ते में मोर्चा की संविलियन यात्रा…अब कैबिनेट बैठक का इंतजार…कहा हम भी करेंगे रिपोर्ट की समीक्षा

BHASKAR MISHRA
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छत्तीसगढ़–शिक्षक मोर्चा नेता केदार जैन और विकास सिंह राजपूत ने संयुक्त रूप से प्रेस नोट जारी कर बताया कि सरगुजा में डॉ.रमन सिंंह के एलान का स्वागत करते है। दोनों शिक्षाकर्मी नेताओं  ने बताया है कि संविलियन घोषणा के बाद पदाधिकारियों ने आगामी निर्णय तक संविलियन यात्रा को स्थागित करने का पैसला किया है। विकास और केदार ने कहा कि मोर्चा ने दो दिन पहले एक बैठक में फैसला किया था कि संविलियन यात्रा सरकार के रुख पर निर्भर है। चूंकि संविलियन का एलान सीएम ने कर दिया है इसलिए मोर्चा ने सकारात्मक रूख अपनाते हुए संविलियन यात्रा को आगामी निर्णय तक स्थगित करने का फैसला किया है।
                     सीजी वाल से बातचीत में केदार और राजपूत ने कहा कि अब शिक्षाकर्मियी को केबिनेट निर्णय का इंतजार है। दोनों नेताओं ने कहा कि समतुल्य वेतन निर्धारण और अन्य विसंगतियों को दूर कर  समानुपातिक, कर्मोनन्ति के आधार पर छठवां वेतनमान के बाद वर्तमान वेतन पर सातवां वेतनमान दिया जाए। इसके बाद ही व्यख्याता, शिक्षक, सहायक शिक्षक का संविलियन किया जाए। शिक्षाकर्मियों की खुली स्थांतरण नीति पर शासन ने क्या निर्णय लिया है सभी विषयों पर कैबिनेट निर्णय के बाद विचार विमर्श किया जाएगा।
             विकास और केदार ने उम्मीद जाहिर की है कि सरकार मोर्चा की मांगों को ध्यान में रखते हुए अन्य राज्य से बेहतर संविलियन का निर्णय लेगी। कैबिनेट के फैसले के बाद रिपोर्ट की कापी मोर्चा को भी मिलेगी। रिपोर्ट पर गहन विचार विमर्श किया जाएगा। शिक्षक मोर्चा संचालकों ने बताया कि मुख्यमंत्री के संविलियन एलान से एक लाख अस्सी हजार शिक्षाकर्मियों को सीधा फायदा है। हम मुख्यमंत्री को दिल से बधाई देते हैं। उम्मीद करते है कि आगामी केबिनेट की बैठक में वेतन विसंगति में सुधार कर आठ साल का बंधन खत्म कर दिया जाएगा।
                     सभी शिक्षाकर्मियों को शिक्षा विभाग में संविलियन कर सरकारी सुविधाएं दी जाँएगी। चूंकि अभी संविलियन की मात्र घोषणा हुई है। केबिनेट बैठक के बाद वस्तुस्थिति स्पष्ट होगी। फिलहाल मोर्चा ने संविलियन यात्रा को स्थगित कर दिया है।  कैबिनेट बैठक के बाद ठीक उसी दिन रायपुर में मोर्चा संचालकों की महत्वपूर्ण बैठक होगी। इस दौरान सरकार के फैसले पर निर्णय लिया जाएगा।
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