शिक्षाकर्मियों के लिए सोमवार का दिन अहम,एक लाख अस्सी हज़ार परिवारों को राहत के फैसले का इंतज़ार

Shri Mi
2 Min Read

बिलासपुर।अपने भविष्य को लेकर निश्चितताओं और अनिश्चतताओ के बीच झूलते शिक्षाकर्मियो के हर सवालों का जबाब सोमवार को होने वाली केबिनेट बैठक के बाद स्पस्ट हो जाएगा।संयुक्त शिक्षाकर्मी संघ के प्रांताध्यक्ष और मोर्चा प्रदेश संचालक केदार जैन ने बताया कि कल का दिन शिक्षाकर्मियो के सम्पूर्ण सेवाकाल का सबसे संवेदनशील समय होगा। संविलियन के स्वरूप को लेकर आशंकित शिक्षाकर्मियो की आ रही लगातार प्रतिक्रियाओं के सम्बंध में केदार जैन ने कहा कि ये वक्त संभावनाओं पर अटकलें लगा आपसी वैमनस्यता को बढ़ावा देने का नही वरन मोर्चे के संकुल से लेकर प्रान्तीय पदधिकारियो द्वारा संविलियन के सकारात्मक पक्ष को प्रत्येक शिक्षाकर्मियो तक पहुचाने का है।

महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष ममता खालसा,माया सिंह,ममता मंडल,नसरीन बानो,गरिमा शर्मा,ने कहा कि संविलियन,वर्षो से बिछड़े हुवे शिक्षाकर्मी परिवारों को पुनः एक कर देगा और अनुकम्पा नियुक्ति की बाट जोह रहे आश्रित परिवारों को भी राहत मिलेगी।

कार्यकारी अध्यक्ष ओमप्रकाश बघेल,नगरीय निकाय प्रदेश प्रभारी गोपेश साहू,बसन्त प्रताप सिंह,अर्जुन रत्नाकर सचिव कार्तिक गायकवाड़,प्रदेश महामंत्री शहादत अली,सुधीर शर्मा,कोषाध्यक्ष ताराचंद्र जायसवाल,संभाग अध्यक्ष राकेश शुक्ला,अमित महोबे,जाकेश साहू सुभाष शर्मा,विजय राव,सोहन यादव ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुवे कहा कि कल जहाँ एक ओर केबिनेट की बैठक है वही दूसरी ओर मोर्चा की प्रान्तीय बैठक भी आयोजित है जहाँ सरकार के निर्णय पर शिक्षाकर्मियो की पैनी नजर रहेगी और वहाँ से आगामी रणनीति की घोषणा होगी।

जिलाध्यक्षय सचिन त्रिपाठी,पवन सिंह,संतोष टांडे,हरीश सिन्हा, अशोक गोटे, शैलेन्द्र तिवारी,प्रमोद पांडेय,मनोज मिस्त्री,विकास ठाकुर,संजय महादिक,अशोक जैन,गिरिधर वर्मा,जाकेश साहू,शिवराज ठाकुर, राकेश वर्मा ने कहा कि सहायक शिक्षक पंचायत की वेतन विसंगति,क्रमोन्नति,वरिष्ठता निर्धारण,वर्ष बंधन जैसी तमाम आशंकाओं पर हम एक साथ है और विसंगति रहित संविलियन की अपेक्षा करते है,सबका साथ सबका विकास की भावना के साथ हम सभी के द्वारा उठाई गई उंगली का भी परिणाम भी सकारात्मक ही होगा।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close