शिक्षाकर्मी संविलयनःलड़ाई अभी बाकी है..अंतिम पंक्ति के शिक्षक साथी को लाभ दिलाने तक जारी रहेगा संघर्ष

Shri Mi
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रायपुर।18 जून के दिन शिक्षाकर्मीयो के लिए उजाला का एक नई सुबह लेकर आया है ।  जब राज्य शासन के मुखिया ने संविलियन के घोषणा पर अंतिम मुहर लगाई । मै अपने संघ की ओर से सबसे पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई देता हूँ  ।जिन्होंने अपने प्रदेश के रास्ते छत्तीसगढ़  के लिए भी संविलियन के द्वार खोले ।  साथ  ही बधाई के पात्र हैं हमारे प्रदेश के मुखिया डॉ.रमन सिंह…. जिन्होंने मध्यप्रदेश का अनुशरण करते हुए हम शिक्षाकर्मीयो को शिक्षा विभाग में संविलियन किया।
इस तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिक्षक पँचायत/ननि एम्पलाईज एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष कृष्ण कुमार  नवरंग ने कहा कि   वास्तव में यह जीत न किसी नेता की दिलाई जीत हैं न ही राजनीतिक इच्छाशक्ति की है… बल्कि यह आम शिक्षाकर्मी के 1998 से चले आ रहे लंबे संघर्ष और तपस्या का प्रतिफल है  । जो आज जाकर साकार हुआ है  । साथ ही राष्ट्र निर्माता शिक्षक जिसका कर्म विद्या दान और कार्य क्षेत्र स्कूल हैं बार-बार के लंबे हड़ताल उसके बाद सरकार की कार्यवाही निलंबन,बर्खास्त,उसके बाद मानसिक शारीरिक और आर्थिक परेशानी फिर बहाली और समाज के हड़ताली कर्मचारी का लगा लेबल सब एक आदेश से निजात  मिलना सुखद पल हैं ।
प यह सुख और भी खुशनुमा होता अगर शासन आधे इच्छाशक्ति के बजाय पूरे मन से बिना वर्ष बन्धन के सभी को एक साथ संविलियन और पदोन्नति से वंचित साथियो को क्रमोन्नत वेतनमान के साथ शिक्षा विभाग में शामिल किया जाता। आज कहीं न कही हमारी खुशिया साथियो के अधूरे मांग पूर्ति के कारण फीकी हैं पर हम संघर्षो के आदि लोग है ।  जब तक वर्ष बन्धन की बेड़ी टूट नही जाती वर्ग 3 का वेतन विसंगति दूर नही हो जाती,क्रमोन्नत के साथ-साथ पदोन्नति में आरक्षित-आनारक्षित का वर्ग संघर्ष खत्म नही हो जाता यह लड़ाई आप सभी के साथ अनवरत जारी रहेगी।
By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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