अन्तर्राज्यीय ठग गिरोह का पर्दाफाश…दो आरोपियों ने मिलकर 80 लाख रूपए ठगे..दर्जनों मोबाईल और सिम कार्ड बरामद.

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर– फर्जी बैंककर्मी बनकर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने भांडा फोड़ किया है। पुलिस ने पंजाब के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 40 हजार रूपए से अधिक नगद 8 मोबाइल 27 सिमकार्ड,5 एटीएम कार्ड के अलावा एक पेन कार्ड बरामद हुआ है। दोनों आरोपी ठग गिरोह के मास्टर माइंड कलीम अशरफ के लिए काम करते हैं।

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                        बिलासपुर पुलिस ने आनलाइन ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है। लगातार आनलाइन ठगी मामले को पुलिस कप्तान आरिफ शेख ने गंभीरता से लेते हुए 22 मई 2018 को विभिन्न थानों के प्रभारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद पुलिस कप्तान ने विशेष टीम का गठन किया। टीम में शामिल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर नीरज चंद्राकर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अर्चना झा  और उप पुलिस अधीक्षक क्राईम पी.सी. राय के दिशा निर्देश में साईबर सेल ने आनलाईन ठग गिरोह की पतासाजी शुरू की। पुलिस कप्तान ने टीम के खिलाफ आवश्यक वैधानिक कार्यवाही करने का निर्देश दिया।

                                  इस दौरान  थाना चकरभाठा में आनलाइन ठगी का एक मामला प्रकाश में आया। पूनम साहू ने पुलिस को बताया कि उसकी मोबाइल पर अज्ञात कालर का फोन आया। उसने 5 से 7 मई के बीच जानकारी लेने के बाद बैंक खाते से 1 लाख पैंतालिस हजार की ठगी की है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने जांच पड़ताल के दौरान विभिन्न मर्चेंट साईट का पता लगाया। मामले की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दी गयी।

                     पुलिस कप्तान आरिफ शेख के निर्देश पर पुलिस की एक टीम झारखण्ड राज्य स्थित जामताड़ा जिले के कर्माताण्ड थाना क्षेत्र पहुंची। सिविल ड्रेस में टीम ने जामताड़ा, गिरीडीह, देवघर क्षेत्र के गावों का भ्रमण किया। ठगी करने वाले गिरोह के लोकेशन की जानकारी ली गयी। टीम के सदस्यों ने 100 से अधिक गावों के साथ संपर्क किया।

                    पुलिस को गुप्त जानकारी मिली कि आनलाइन ठग गिरोह का सरगना कलीम फर्जी सिम कार्ड के सहारे आनलाइन ठगी करता है। कलीम पंजाब के लुधियाना, पटियाला, भाटिंडा, गोविंदगढ के कई लोगों से फर्जी तरीके से रकम आहरित कर रूपयों को अपने अकाउन्ट मंगवाता था। कुछ पैसा अपने साथियों को बांट देता है। बाकी सब अपने पास रखता है।

                               इसी दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि पंजाब के दो लोगों का सम्पर्क जामताडा कर्माताण्ड में कलिम अशरफ के अलावा कई लोगों से है। दोनों इस समय छत्तीसगढ़ में ही हैं। मुखबिर की सूचना पर क्राईम ब्रांच और सायबर सेल की टीम ने रायपुर से लेकर कोरबा तक आरोपियों की तलाश में जाल बिछाया। अभियान के दौरान पुलिस को दो ठगों को पकडने में सफलता मिली।

                          पकड़े गए दोनों आरोपियों के नाम  विशाल गोयल और आशु गोयल है। दोनों रिश्ते में भाई है। दोनों आरोपी विशाल गोयल पिता प्रेम गोयल और आशु गोयल पिता प्रेम गोयल कच्चा दलीप नगर गुप्ता किराना स्टोर मण्डी गोविंदगढ़ फतेहगढ़ साहेब के रहने वाले हैं। पुलिस को विकास और आशु के पास से भारी मात्रा में विभिन्न कम्पनी के स्मार्ट फोन मिले हैं। एक नग जी-5 कम्पनी चार सिम कार्ड वाला की पेड फोन भी बरामद किया गया है। इसके अलावा दोनों के पास से ड्राईविंग लाईसेंस, आधार कार्ड, जिओ वाई-फाई राउटर, पाकेट,कई बैंक का डेबिड कार्ड, पेनकार्ड, दिल्ली से रायपुर का र्बोडिग पास और नगद रूपए बरामद हुए हैं। दोनों ने पूछताछ में बताया कि पिछले दो साल से कलीम के लिए काम करते हैं। ठगी से आनलाइन रूपया निकालने के बाद अपने हिस्से का रकम काटकर बाकी रकम जामताडा समूह को उनके बताये गए बैंक एकाउंट में जमा कर देते हैं।

        पूछताछ में दोनों ने बताया कि अभी तक दोनों ने पिछले दो सालों में करीब 70 से 80 लाख रूपे की ठगी की है। बिलासपुर जिले के थाना चकरभाठा,
सरकण्डा से बिल्हा समेत के कई थाना क्षेत्र में रहने वालों को निशाना बनाया है।

 

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