सरकार ने फेंका चुनावी चारा…विजय केशरवानी ने कहा…2100 रूपए समर्थन मूल्य की जगह पिलाया जा रहा जुमला टानिक

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर– जिला कांग्रेस कमेटी ने केन्द्र और राज्य सरकार को संवेदनहीन बताया है। कांग्रेस नेताओं ने प्रेस नोट जारी कर कहा है कि मजदूर किसानों का पिछले चार साल से शोषण के बाद 200 रूपए धान का समर्थन मूल्य बढ़ाना ना केवल अपर्याप्त है..बल्कि भाजपा की चुनावी रणनीति का हिस्सा भी है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार धान का समर्थन मूल्य 2100 रू. प्रति क्विंटल करे। इसके अलावा 300 रू. बोनस भी दे।

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                             जिला कांग्रेस कमेटी ने केन्द्र सरकार के 14 फसलों के समर्थन मूल्य की बृद्धि को अपर्याप्त बताया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि चुनावी वर्ष मेें भाजपा सरकार एक बार फिर धोखा देने की रणनीति तैयार कर ली है। किसान गरीबों को फंसाने के लिए 200 रूपए का चुनावी चारा फेंक रही है। कांग्रेसियों ने कहा कि समर्थन मूल्य में बढ़ी राशि उंट के मुंह में जीरा है। भाजपा की अटल सरकार ने 6 सालों में 60 रू. की बढ़ोत्तरी की थी। अब मोदी सरकार ने चार सालों में 200 रूपए समर्थन मूल्य देकर किसानों की मेहनत का उपहास उड़ाया है।

                     जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और मोदी सरकार ने कुल 11 सालों में 460 रू. की बढ़ोत्तरी की है। जबकि कांग्रेस की मनमोहन सरकार ने 10 सालों में 890 रूपए समर्थन मूल्य दिया है। हार की कगार पर खड़ी भाजपा सरकार को अब चुनावी वर्ष में किसानों की याद आ रही है। स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों के मुताबिक अभी भी समर्थन मूल्य 476 रू. कम है। भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनावों में घोषणा पत्र में वादा किया था कि स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू किया जाएगा। लेकिन भाजपा सराकर ने वादा को पूरा नहीं किया। घोषणा पत्र को संकल्प पत्र कहने वाले भाजपा नेता अब अन्नदाता किसानों को धान का समर्थन मूल्य 2100 रूपए देनेे की वजाया जुमलों का टानिक पिला रहे हैं।

       प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव, जिला शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर ने स्वामीनाथन रिपोर्ट की याद दिलाते हुए कहा कि भाजपा ने संकल्प पत्र मेें स्वामीनाथन की सभी अनुशंसाओं को लागू करने का वादा किया था। आज तक रिपोर्ट की एक भी बात को लागू नहीं किया गया है।

             पूर्व बीडिए अध्यक्ष शेख गफ्फार, वैजनाथ चंद्राकर, प्रदेश कांग्रेस सचिव आशीष सिंह, रामशरण यादव, महेश दुबे, अर्जुन तिवारी, विवेक वाजपेयी, पंकज सिंह , कृष्ण कुमार यादव, प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय, शैलेष पांडेय ने भाजपा को किसान विरोधी पार्टी बताया है। नेताओं ने सवाल किया है कि किसानों के धान का एक एक दाना खरीदने का संकल्प लेने वाली भाजपा अब 15 क्विंटल की सीमा क्यों तय करती है। क्या भाजपा नेता बताएंगे कि किसानों को 2100 रू. समर्थन मूल्य और 300 रू.बोनस देने का वायदा जुमला था।

                       पूर्व महापौर राजेश पांडेय, वाणी राव, पूर्व जिला शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, रविन्द्र सिंह, किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनील शुक्ला, मो. जस्सास, ऋषि पांडेय, भास्कर यादव ने खाद बीज और समर्थन मूल्य को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।

                            जिला कांग्रेस महामंत्री, प्रवक्ता अनिल सिंह चौहान ने कहा कि फसल बीमा, जटिल कर्ज प्रक्रिया, धान के समर्थम मूल्य सभी मुद्दों पर भाजपा सरकार ने किसानों के आड़ में बीमा कंपनियों को लाभ पहुंचाया है। सरकार चंद उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाकर कमीशनखोरी कर रहीह है। पेट्रोल, डीजल से लेकर मंहगी बिजली ने लागत को बढ़ाया है। बीज, खाद, कीटनाशक, कृषि उपकरणों पर पहली बार केन्द्र सरकार का कर लगाना, करों में बढ़ोत्तरी करने से संसाधनों के दाम में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी हुई है। सरकार किसानों को फसल उत्पादन लागत की भ्रामक जानकारी दे रही है। बढ़ाया गया समर्थन मूल्य कहीं से डेढ़ गुना सिद्ध नही होता है।

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