ओल्ड पेंशन स्कीम के लिए मीटिंग में बनी रणनीति:सांसदों के घर पर देंगे धरना

Shri Mi
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भोपाल।मध्यप्रदेश के पेंशन विहीन कर्मचारी-अधिकारी सेवानिवृत्ति के पश्चात पुरानी पेंशन की पात्रता नहीं होने से भविष्य और बुढ़ापे को कांटो भरा जीवन मान रहे हैं। इसलिए पूरे भारत में पुरानी पेंशन विहीन कर्मचारियों-अधिकारियों कि चिंता का विषय है यही है कि प्रदेश और देश की सरकार पुरानी पेंशन लागू करें। n m o p s (पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आन्दोलन) के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के आव्हान पर आज संपूर्ण राष्ट्र में मध्यप्रदेश सहित पुरानी पेंशन विहीन कर्मचारियों-अधिकारियों की बैठक के संपन्न हो रही है। यदि पुरानी पेंशन लागू नहीं की गई तो दिल्ली में सांसदों के घरों के सामने धरना दिया जाना है। इसी तैयारी को लेकर n m o p s राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य एवं मध्यप्रदेश के संयोजक श्री हीरानंद नरवरिया ने भोपाल संभाग की बैठक कुछ साथियों के साथ ली।

उपस्थित सभी कर्मचारियों-अधिकारियों का अभिमत था कि न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारियों-अधिकारियों के साथ धोखा है यह बाजार के उतार चढ़ाव पर निर्भर है। सेवानिवृत्त होने पर लाखों रुपया जमा होने के बावजूद नहीं के बराबर अंशदाई पेंशन मिलना है। जो कि सम्मानजनक जीवन जीने के लिए नाकाफी है। इसलिए आज के समय में जरूरी है कि देश के प्रत्येक कर्मचारियो-अधिकारियों का भविष्य और बुढ़ापा सुरक्षित हो। इसलिए पुरानी पेंशन लागू होना जरूरी है।

विजय कुमार बंध के नेतृत्व में इस समस्या से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृहमंत्री राजनाथ सिंह ,वित्त मंत्री अरुण जेटली और अन्य मंत्रियो के अलावा महामहिम राष्ट्रपति को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने ने सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया है। मध्यप्रदेश में भी प्रदेश अध्यक्ष  परमानंद डेहरिया के नेतृत्व में पुरानी पेंशन की मांग शासन से की जा चुकी है यदि समय सीमा में मध्यप्रदेश और देश की सरकार पुरानी पेंशन घोषित नहीं करती है तो राष्ट्रव्यापी बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जिसकी शुरुआत राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सांसदों के घरों के सामने अक्टूबर माह में धरना देकर किया जाएगा।

ना बीमा है ना पेंशन है।।
जीवन भर का टेंशन है।।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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