ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचेगी पुलिस की संवेदना…एसपी ने किया पोस्टर लांच..कहा महिलाओं की निजता का होगा सम्मान

BHASKAR MISHRA
4 Min Read

बिलासपुर– वरिष्ठ पुलिस कप्तान आरिफ शेख ने अपने स्टाफ के साथ संवेदना अभियान को गति देने के उद्देश्य से कार्यालय में पोस्टर और पम्पलेट जनता को समर्पित किया। इस दौरान एडिश्नल एसपी ग्रामीण अर्चना और सीनियर उप पुलिस अधीक्षक नवीन शंकर चौबे भी मौजूद थे। एसपी ने बताया कि पुलिस का सीधा सम्बन्ध जनता से है। जाहिर सी बात है कि वर्दी,जुूता,मोजा पिस्टल,डंडा के अलावा संवेदना भी पुलिस और जवानों के जीवन का अभिन्न हिस्सा है। इसी संवेदना को जन जन तक पहुंचाने के लिए संवेदना पोस्टर का लोकार्पण किया गया है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                            आरिफ शेख ने कहा कि पोस्टर लांच करने का मुख्य उद्देश्य विशेषकर ग्रामीण महिलाओं को भी जागरूक करना है। उन्हें बताना है कि पुलिस आपका ना केवल सम्मान करती है। बल्कि आपके  निजता और अधिकारों की रक्षा भी करती है।

                                               मालूम हो कि पुलिस कप्तान आरिफ शेख को राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न राज्यों के पुलिस के बीच संवेदना अभियान लेकर सम्मानित भी किया जा चुका है। अभियान को देश के अन्य राज्यों की पुलिस ने ना केवल सलाहा बल्कि अपने राज्यों में प्रमुखता के साथ चलाने का संकल्प भी लिया।

                 पोस्टर लांच के बाद आरिफ शेख ने बताया कि हमारे समाज में महिलाओं और पुरूषों को संविधान से लेकर समाज तक बराबर अधिकार हासिल है। बावजूद इसके महिलाएं हमेशा पुलिस प्रशासन के सामने अपनी पीड़ा को बताने में संकोच करती हैं। इसकी कई वजहें भी हैं। उन वजहों को ध्यान में रखते हुए संवेदना को शुरू किया गया है। उन्होने बताया कि जीवन में कई अवसर आए हैं..जहां महिलाओं को निजता को लेकर संकोच और अपमानित होना पड़ता है। निश्चित रूप से सभ्य समाज के लिए अच्छा नहीं है। पुलिस के लिए तो बिलकुल भी नहीं। इन्ही बातों को लेकर संवेदना अभियान चलाने का प्रयास किया गया है। प्रशासन और जवानों से भरपूर समर्थन भी मिल रहा है। 

                                  आरिफ शेख ने बताया कि संवेदना के माध्यम से थाना पहुंचने वाली फरियादी महिलाओं को अलग से विश्राम की व्यवस्था करना है। संवेदना केन्द्र में प्रशिक्षित महिला टीम पीड़ित महिलाओं को सलाह देंगी। टीम में महिला पुलिस के अलावा डॉक्टर, वकील, समाजसेवियों को शामिल किया गया है।

                                       मासिम धर्म के दौरान थाना पहुंचने वाली फरियादी और पीड़ित महिलाएं जरूरत पड़ने पर सर्वसुविधायुक्त संवेदना विश्राम गृह से वेडिंग मशीन से मात्र पांच रूपए में सेनेटरी पैड ले सकेंगी । सेनेटरी पैड पूरी तरह से स्वास्थ्य मानकों के अनुरूप होगा। साथ ही पुलिस प्रशासन थाना पहुंचने वाली पीड़ित और फरियादी महिलाओं को निःशुल्क चिकित्सकीय परामर्श और विधिक सहायता भी संवेदना के माध्यम से देगा।

                                  आरिफ शेख ने बताया कि पोस्टर में रक्षा टीम और महिला हेल्प लाइन का भी जिक्र है। किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर महिलाएं अपनी बातों को दिए गए फोन नम्बर में बता सकती है।

ग्रामीण महिला जमगत में जागरूकता की जरूरत

                     एसपी ने बताया कि संवेदना अभियान की सर्वाधिक जरूरत ग्रामीण क्षेत्रों में है। विशेषकर ग्रामीण महिलाओं को जागृत करने के लिए ही पोस्टर का सहारा लिया गया है। महिलाओं को बताना है कि वे अपनी बातों और जरूरतों को थाने में बताने का संकोच ना करें। हमारा प्रयास है कि थाने में महिलाओं को कानूनी न्याय के साथ निजी परामर्श भी मिले। पोस्टर को ग्रामीण थानों के अलावा शहरी थानों और जगह जगह चस्पा किया जाएगा। खासकर ग्रामीण महिलाओं के बीच अभियान चलाकर जागरूक किया जाएगा।

close