सहायक शिक्षक फेडरेशन का 10 अगस्त को रायपुर में हल्ला बोल..वर्ष बंधन- क्रमोन्नति -वेतन विसंगति का मुद्दा उठाएंगे

Shri Mi
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रायपुर।वर्ष बन्धन,बिना क्रमोन्नति,और वेतन विसंगति युक्त संविलियन से बौखलाए वर्ग-3 के शिक्षको का 29 जुलाई को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कलेक्टर गार्डन रायपुर में बैठक सम्पन्न हुआ जिसमें प्रदेश के समस्त जिला व ब्लाक के सहायक शिक्षक साथी बड़ी संख्या में शामिल हुए इस बैठक में सभी उपस्थित लोगो ने एक स्वर में सरकार के आधे अधूरे संविलियन को गलत बताते हुए जमकर कोसा तथा संविलियन को वर्ग-3 विरोधी करार दिया साथ ही उपस्थित लोगों ने वर्ग 1 व 2 के तथाकथित नेताओ को भी भरपूर लताड़ा तथा उन्हें वर्ग 3 विरोधी करार दिया।

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इस बैठक को मुख्यरूप से सहायक शिक्षक पँचायत के प्रदेश संयोजक रंजीत बनर्जी,शिव सारथी,जाकेश साहू,इदरीश खान, अश्वनी कुर्रे,सी डी भट्ट,अजय गुप्ता,भारती साहू ,छोटे लाल साहू इरफान सैय्याद सहित विभिन्न जिला से आये वर्ग 3 के जिला संयोजको ने सम्बोधित किया उन्होंने अपने सम्बोधन में सरकार के संविलियन और मोर्चा के नेताओ को जमकर कोसा तथा 10 अगस्त को रायपुर के बूढा तालाब में प्रदेश स्तरीय एक दिवसीय संकल्प सभा का आयोजन के शासन से वर्ग 3 की वेतन विसंगति ,क्रमोन्नति ,तथा वर्ष बन्धन को खत्म कर संविलियन करने की माँग करने का निर्णय लिया।

आज के इस महाबैठक में वर्ग 3 के लोगो में काफी आक्रोश देखने को मिला ये लोग शासन से अपनी माँगो को मंगवाने के लिए आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गए है प्रदेश संयोजको का कहना है कि अगर वर्ग 3 के शिक्षाकर्मीयो की मांगों को समय रहते पूरा नही किया गया तो ये लोग प्रदेश व्यापी अनिश्चित कालीन आंदोलन करके अपनी बातें आम नागरिकों तथा बच्चों के पालकों तक भी लेजाकर समाज के लोगो को बताएंगे कि शासन ने किस प्रकार शिक्षाकर्मी वर्ग-3 के लोगो को संविलियन का झुनझुना पकड़ा कर चल किया है।

प्रदेश संयोजक शिव सारथी ने बताया कि शिक्षाकर्मीयो को हर सात वर्ष उपरांत अनिवार्य रूप से पदोन्नति देने का प्रवधान है इसके बावजूद राज्य के पँचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने कई वर्षों से हमें पदोन्नति से वंचित रखा हुआ है जबकि राज्य के हजारों स्कुलो में बड़ी संख्या में मिडिल स्कूल के पद रिक्त है जिज़ पर वर्ग 3 को पदोन्नति देकर तथा शेष बचे वर्ग 3 को उच्चत्तर वेतन मान देना था जिसका आदेश 2011 में शासन द्वारा जारी भी किया गया था।

पर वर्ष 2013 में अचानक शासन द्वारा यह आदेश रद्द कर दिया गया अगर राज्य शासन द्वारा समय रहते क्रमोन्नति के आदेश को क्रियान्वित कर दिया जाता तो आज हम लोग शोषण से बच जाते।ज्ञात हो कि वर्ग 3 के शिक्षाकर्मी बिसो सालों से पदोन्नति के लिए निर्धारित योग्यता होने के बावजूद एक ही पद पर कार्य कर रहे है जिसके चलते इन्हें हर माह 10 से 15 हजार का आर्थिक नुकसान हो रहा है ।

जबकि इनसे पीछे भर्ती हुए शिक्षाकर्मी वर्ग 1 और 2 इन्हें ज्यादा वेतन पा रहे हैं जो एक गम्भीर विभगीय विसंगति हैं जिसे दूर करने में न तो सरकार गम्भीर है और न ही शिक्षाकर्मी संग़ठन के नेतागण यही कारण है कि प्रदेश के 1 लाख 24 हजार शिक्षाकर्मी वर्ग 3 ने सहायक शिक्षक फेडरेशन बनाकर जो कि सभी वर्ग 3 के संगठनों का साझा मंच है 10 अगस्त को आंदोलन की घोषणा किये है।

अब देखना है कि चुनाव के मद्देनजर भाजपा शासित राज्य शासन के मुखिया डॉ रमन सिंह इस बहु संख्यक कर्मचारी वर्ग को सरकार खुश करके चुनावी बैतरणी पार करता है या इन्हें नराज करके जोखिम मोल लेता है । आज के इस बैठक में विभिन्न ब्लॉक एवं जिला के शिक्षाकर्मी वर्ग 3 के लोग हजारों की संख्या में उपस्थित थे।

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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