CWC Meeting:NRC-राफेल समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की हुई तैयारी,राहुल गांधी बोले-केंद्र की कमियों को जनता के सामने लाएंगे

Shri Mi
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नई दिल्ली-कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अध्यक्षता में शनिवार को दूसरी बार कांग्रेस कार्यकारिणी समिति (Congress Working Committee) की बैठक खत्म हो गई है। CWC की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद और कमेटी के सभी सदस्य मौजूद रहे। इस दौरान कांग्रेस ने विपक्ष के साथ मिलकर राफेल मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने की पूरी तैयारी की।बता दें कि तबीयत खराब होने की वजह से पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी मीटिंग का हिस्सा नहीं बन सकीं।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीटिंग खत्म होने के बाद ट्विटर पर जानकारी देते हुए लिखा, ‘एक टीम के रूप में, हमने देश में राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। इसके साथ ही कांग्रेस के लिए उन अवसरों को लेकर भी चर्चा हुई, जिसके जरिए हम भ्रष्टाचार के मुद्दों और युवाओं को रोजगार देने में केंद्र सरकार की विफलताओं को सामने ला सकें।’ राहुल गांधी ने आज की बैठक में भाग लेने को आभार भी व्यक्त किया।

CWC की मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि बैठक में राफेल और 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई। सूत्रों की मानें तो इसके अलावा एनआरसी (NRC) ड्राफ्ट बिल और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी चर्चा की गई। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने CWC में भारत की आर्थिक स्थिति पर भाषण दिया।बैठक में लोक सभा चुनाव को लेकर भी अहम रणनीति बनी। हालांकि, शुक्रवार को ही कांग्रेस ने 2019 चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ गठबंधन का ऐलान कर संकेत दे दिया है कि वह सभी राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियों के साथ हाथ मिला सकती है।

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पद का फैसला चुनाव बाद के नतीजों पर छोड़ दिया है। बता दें कि इससे पहले हुई CWC की बैठक के बाद पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने साफ किया था कि लोक सभा चुनाव में राहुल गांधी ही प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए जो भी चुनाव पूर्व या चुनाव बाद गठबंधन होनी है, उसके लिए सीडब्ल्यूसी ने राहुल गांधी को अधिकृत किया है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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